उधमसिह चैराहा पर प्रहलाद दा ने किया झण्डावन्दन
मन्दसौर ! उधमसिह जन मंच शहिदो के प्रति आस्था व देश भक्ति के लिए अच्छे कार्य कर रहा है उक्त बात नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बन्धवार ने अमर शहिद उधमसिह चैराहा पर राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य मे झण्डावन्दन के अवसर पर कही.! इस अवसर पर पार्षद पुलकित पटवा. पार्षद विक्रम भैरवा. काग्रेस के युवा नेता सोमिल नाहटा. उधमसिह जन मंच के संरक्षक राधेश्याम मारू. सचिव नागेश्वर सुर्यवशी. प्रवक्ता पंकज श्रीवास्तव. अपाक्स के चेतनदास गनछेड. महेश राठौर. सुधीर दुबे. मनोज भावसार. रमाकान्त शर्मा. मनोज यादव.प्रकाश मारू. बन्शीलाल सोलंकी. शुभ पण्डित. वरदीचन्द सेन. आदी गणमान्य नागरिक उपस्थित थे.!
सेवानिवृत हुए रवि निगम का शाल श्रीफल भेट कर सम्मान किया
मंदसौर । कायस्थ समाज द्वारा एमपीबी से कल 30 जनवरी को म प्र वि मंडल सीनियर इंजिनियर सेवानिवृत हुए रवि निगम का शाल श्रीफल भेट कर सम्मान किया गया। समाज के अध्यक्ष ने कहा कि श्रीरवि निगम जी का जीवन आदर्श मिलन सारिता एवम् कर्त्तव्य निष्ट अनुकरणीय रहा आपने अपने कर्म क्षेत्र से सदैव सभी अनुजो एवम् अग्रजो को एकसूत्र में पिरोकर दक्षता से कार्य किया जो मिसाल की तरह याद किया जावेगा समाज में सदैव ऊर्जावान होकर अपनी उपस्थिति प्रदान करते रहे आपके उज्वल वानप्रस्थ एवम् शतायु होने की कामनाए..इस अवसर पर राजेश कुलश्रेष्ठ,सुनील रायजादा लाल बहादुर श्रीवास्तव, डाॅ सतीश गौड, विक्रम भटनागर, डाॅ श्रवण कुमार श्रीवास्तव,जितेन्द्र गौड, पार्षद लिखिता आशीष गौड, शिव राजेन्द्र शास्ता, अमित सक्सेना, संदीप श्रीवास्तव, डॉ दिनेश गौड, शेलेन्द्र माथुर चन्द्र शेखर निगम, आशीष गौड, पंकज श्रीवास्तव, योगेन्द्र सक्सेना, आरएस श्रीवास्तव इंजीनीयर, ओपी गौड,, नितिन गौड, अनुराग भटनागर , अंकित श्रीवास्तव मुकेश गौड, यश सक्सेना आदि उपस्थित थे।
श्री राजावत को दी श्रद्धांजली
मंदसौर । जय हिन्द गु्रप द्वारा विगत दिनों ग्रुप के भूपेन्द्रसिंह राजावत को सडक दुर्घटना में दुखद निधन हो गया । गु्रप द्वारा श्रद्धाजली सभा का आयोजन किया गया। संयोजक कुलदीप गौड ने कहा कि श्री राजावत मिलनसार,हसमुख स्वभाव के युवा थे। वे हमें छोड कर चल गये हमें विश्वास नही होता । गु्रप के अध्यक्ष लालसिंह सोनगरा, महेन्द्रसिंह सोालंकी, रितेश टेलर, जितेन्द्रसिंह, कुशालसिंह, अंतिम प्रजापत, राहुल, शुभम, रवि सोलंकी आदि ने श्रद्धांजली देते हुए ईश्वर से प्रार्थना की कि वे मृत आत्मा को शांति प्रदान करें तथा इस दुख की घडी में ईश्वर उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
शहर को भूतभावन के साथ तीर्थ क्षेत्र से जोड़ने का अकल्पनीय कार्य को विधायक ने किया साकार
मंदसौर। नगर की जनता ने एक दशक पूर्व यह कल्पना भी नहीं कि थी कि हम कभी भगवान पशपुतिनाथ महादेव मंदिर के साथ क्षेत्र के तीर्थ स्थलों से सीधे जुड़ जावेगे और कारण भी स्पष्ट था कि शिवना नदी पर बड़ा पुल बनाना,बुगलिया खाल को पाटना,खानपुरा रोड़ से लक्कड़पीठे में ब्रीज का निर्माण करवाना यह सब अकल्पनीय ही था। क्योंकि तीन बड़े ब्रीजों के निर्माण की बात करना मात्र ही हंसी का पात्र बनने जैसा था वह तीनों ब्रीजों की लागत भी लगभग 50 करोड़ रूपये एक साथ सरकार से प्राप्त करना भी जटिल ही नहीं असंभव था। लेकिन यह करिश्माई कार्य क्षेत्र के विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने बिना किसी पूर्व घोषणा या चुनावी वादे के बिना ही कर दिखाया। अकल्पनीय इस योजना का खाका अपने मन मस्तिष्क में तैयार कर जिस चतुराई से भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव के प्रथम मनोकामना अभिषेक में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चैहान को आमंत्रित कर भक्तों का सहारा लेकर शिवना नदी पर बड़ा पुल स्वीकृत करवाकर उसको पूर्ण करवा लिया। फिर सदर बाजार में बढ़ते यातायात की बात रखकर प्रहलाद बंधवार की अध्यक्षता वाली नपा परिषद् से खानपुरा रोड़ से धानमंडी क्षेत्र को जोड़ने वाला लक्कड़पीठा ब्रीज का प्रारूप् बनवाकर परिषद् के अंतिम समय में उसकी आधारशिला रखवाई थी। तब भी कुछ लोगों की प्रतिक्रिया यह थी कि यह आधारशिला कभी मूर्तरूप नहीं लेगी। लेकिन ब्रीज बना और यातायात के लिये शुरू भी हुआ। दो ब्रीजों के निर्माण के बाद भी नगर की जनता का सीधा सम्पर्क भूतभावन के साथ तीर्थ क्षेत्र से नहीं हो रहा था। लेकिन सीधा सम्पर्क का सपना संजोने वाले विधायक ने उचित समय पर मप्र शासन के सामने बुगलिया खाल पर बड़े ब्रीज की योजना प्रस्तुत कर जिस चतुराई से सिंहस्थ मेले की मद से बड़ी राशि स्वीकृत करवाकर निर्धारित समय मेंजटिल कार्य को अमली जामा पहना दिया। जो आज लोकार्पण के लिये तैयार है। भूतभावन के साथ तीर्थ क्षेत्र से जोड़ने वाली अकल्पनीय योजना भले ही तीन चरणों में पूर्ण हुई है। लेकिन अब शहर का सीधा सम्पर्क भव्य तीर्थ क्षेत्र से हो ही गया। तीर्थ क्षेत्र में जहाॅ अष्टमुखी भगवान श्री पशुपतिनाथ विराजित है। वहीं खिलचीपुरा में जैन समाज का अतिप्राचीन तीर्थ विध्नहरा श्री पाश्र्वनाथ मंदिर जो अब भव्य आकारलेने जा रहा है प्रतिष्ठित है। ग्राम नालछा में नगर की आराध्य माॅ नालछा का शक्तिपीठ अंचल में ख्यात है। चंद्रपुरा रोड़ पर जैन समाज का बड़ा आर्य रक्षित जैन मंदिर निर्माणाधीन है वहीं चंद्रपुरा में ओखा बाउजी पहले से विराजित है। ऐसे में अब नगर की जनता का सीधा सम्पर्क इस तीर्थ क्षेत्र से होने से अब हरकोई घंटो में नहीं मिनिटों में अपने अपने आराध्य के मंदिरों में पहुॅच सकेगा। ब्रीजों पर कि गई विद्युत व्यवस्था हमें किसी बड़े तीर्थ का एहसास कराने के लिये पर्याप्त है।
शहर को भूतभावन के साथ तीर्थ क्षेत्र से जोड़ने का अकल्पनीय कार्य को विधायक ने किया साकार
मंदसौर। नगर की जनता ने एक दशक पूर्व यह कल्पना भी नहीं कि थी कि हम कभी भगवान पशपुतिनाथ महादेव मंदिर के साथ क्षेत्र के तीर्थ स्थलों से सीधे जुड़ जावेगे और कारण भी स्पष्ट था कि शिवना नदी पर बड़ा पुल बनाना,बुगलिया खाल को पाटना,खानपुरा रोड़ से लक्कड़पीठे में ब्रीज का निर्माण करवाना यह सब अकल्पनीय ही था। क्योंकि तीन बड़े ब्रीजों के निर्माण की बात करना मात्र ही हंसी का पात्र बनने जैसा था वह तीनों ब्रीजों की लागत भी लगभग 50 करोड़ रूपये एक साथ सरकार से प्राप्त करना भी जटिल ही नहीं असंभव था। लेकिन यह करिश्माई कार्य क्षेत्र के विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने बिना किसी पूर्व घोषणा या चुनावी वादे के बिना ही कर दिखाया। अकल्पनीय इस योजना का खाका अपने मन मस्तिष्क में तैयार कर जिस चतुराई से भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव के प्रथम मनोकामना अभिषेक में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चैहान को आमंत्रित कर भक्तों का सहारा लेकर शिवना नदी पर बड़ा पुल स्वीकृत करवाकर उसको पूर्ण करवा लिया। फिर सदर बाजार में बढ़ते यातायात की बात रखकर प्रहलाद बंधवार की अध्यक्षता वाली नपा परिषद् से खानपुरा रोड़ से धानमंडी क्षेत्र को जोड़ने वाला लक्कड़पीठा ब्रीज का प्रारूप् बनवाकर परिषद् के अंतिम समय में उसकी आधारशिला रखवाई थी। तब भी कुछ लोगों की प्रतिक्रिया यह थी कि यह आधारशिला कभी मूर्तरूप नहीं लेगी। लेकिन ब्रीज बना और यातायात के लिये शुरू भी हुआ। दो ब्रीजों के निर्माण के बाद भी नगर की जनता का सीधा सम्पर्क भूतभावन के साथ तीर्थ क्षेत्र से नहीं हो रहा था। लेकिन सीधा सम्पर्क का सपना संजोने वाले विधायक ने उचित समय पर मप्र शासन के सामने बुगलिया खाल पर बड़े ब्रीज की योजना प्रस्तुत कर जिस चतुराई से सिंहस्थ मेले की मद से बड़ी राशि स्वीकृत करवाकर निर्धारित समय मेंजटिल कार्य को अमली जामा पहना दिया। जो आज लोकार्पण के लिये तैयार है। भूतभावन के साथ तीर्थ क्षेत्र से जोड़ने वाली अकल्पनीय योजना भले ही तीन चरणों में पूर्ण हुई है। लेकिन अब शहर का सीधा सम्पर्क भव्य तीर्थ क्षेत्र से हो ही गया। तीर्थ क्षेत्र में जहाॅ अष्टमुखी भगवान श्री पशुपतिनाथ विराजित है। वहीं खिलचीपुरा में जैन समाज का अतिप्राचीन तीर्थ विध्नहरा श्री पाश्र्वनाथ मंदिर जो अब भव्य आकारलेने जा रहा है प्रतिष्ठित है। ग्राम नालछा में नगर की आराध्य माॅ नालछा का शक्तिपीठ अंचल में ख्यात है। चंद्रपुरा रोड़ पर जैन समाज का बड़ा आर्य रक्षित जैन मंदिर निर्माणाधीन है वहीं चंद्रपुरा में ओखा बाउजी पहले से विराजित है। ऐसे में अब नगर की जनता का सीधा सम्पर्क इस तीर्थ क्षेत्र से होने से अब हरकोई घंटो में नहीं मिनिटों में अपने अपने आराध्य के मंदिरों में पहुॅच सकेगा। ब्रीजों पर कि गई विद्युत व्यवस्था हमें किसी बड़े तीर्थ का एहसास कराने के लिये पर्याप्त है।
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