बेगूसराय 23 फरवरी, जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में आज वामदलों के बिहार के बेगूसराय में बंद का मिलाजुला असर रहा । कन्हैया के गृह जिले बेगूसराय में वामदलों के कार्यकताओं ने उनकी गिरफ्तारी और बिना शर्त रिहाई को लेकर शहर के प्रमुख बाजारों को बंद करा दिया । शहर के प्रमुख व्यवसायिक प्रतिष्ठान जहां बंद रहे वहीं कुछ दुकाने खुली रही । सड़कों पर आम दिनों की अपेक्षा कम चहल-पहल देखी गयी । बंद के दौरान पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह के नेतृत्व में राष्ट्रीय उच्च पथ 31 पर वामदलों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर यातायात को बाधित कर दिया । इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को सड़क से लेकर संसद तक लड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने साजिश के तहत कन्हैया को गिरफ्तार किया है।कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। वामदलों के कार्यकर्ताओं ने शहर में जुलूस निकाला और दुकानों को बंद कराया । बेगूसराय शहर के अलावा बरौनी, बीहट, तेधड़ा और बलिया में भी बंद समर्थकों ने यातायात को बाधित कर दिया ।
वामदल के नेता कन्हैया को बिना शर्त रिहा करने , उनके साथ मारपीट करने वाले वकीलो और पुलिस कमिश्नर पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) ,भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(भाकपा),भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी-लेनिनवादी), सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर आफ इंडिया(एसयूसीआई),अखिल भारतीय फारवर्ड ब्लाक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी(आरएसपी) के कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रुप से इस बंद का आयोजन किया है । वहीं दूसरी ओर बेगूसराय में कन्हैया कुमार के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीभीपी) ने तिरंगे के साथ एक विरोध मार्च निकाला। मार्च में बड़ी संख्या में एबीभीपी के छात्र और छात्राओं ने भाग लिया। एबीभीपी के छात्र कन्हैया को फांसी देने की मांग कर रहे थे । मार्च शहर के ट्राफिक चैाक से निकल कर विभिन्न मार्गों से होता हुआ कैट्रीन चैाक पर पहुंचा । एबीभीपी ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि देश में रहकर देश के खिलाफ करने वाले कन्हैया पर सख्त कारवाई की जाये। गौरतलब है कि जेएनयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार बेगूसराय जिले के बिहट गांव के मसलनपुर टोला के निवासी है

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