मुंबई 02 फरवरी, कच्चे तेल की गिरावट से एशियाई बाजारों के लुढ़कने और घरेलू स्तर पर रिजर्व बैंक के ब्याज दरों को यथावत रखने से हतोत्साहित निवेशकों द्वारा बैंकिंग, धातु, ऑटो, तेल एवं गैस समूहों में की गयी भारी बिकवाली से आज शेयर बाजार में करीब दो सप्ताह की सबसे बडी एकदिनी गिरावट दर्ज की गयी। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 20 जनवरी के बाद की सबसे बड़ी 285.83 अंक अर्थात 1.15 फीसदी की एकदिनी गिरावट लेकर 24539 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 100.40 अंक यानि 1.33 फीसदी टूटकर 7500 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 7455.55 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से 25 में गिरावट दर्ज की गयी जबकि मात्र पांच बढत बनाने में सफल रहे। चीन में विनिर्माण क्षेत्र के कमजोर आँकड़े से दुनिया के इस सबसे बड़े उपभोक्ता देश से मांग घटने की आशंका और अति आपूर्ति के दबाव में कच्चे तेल के गिरने से एशियाई बाजारों में बिकवाली हुयी। इससे घरेलू शेयर बाजार में भी तेल एवं गैस और धातु समूह के शेयर भी करीब पांच फीसदी तक लुढ़क गये।
एशियाई बाजार में कच्चा तेल कल करीब पांच फीसदी गिरने के बाद आज पुन: 53 सेंट उतरकर 33.71 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। रिजर्व बैंक की आज जारी चालू वित्त वर्ष की छठी और अंतिम द्विमासिक ऋण एवं मौद्रिक नीति समीक्षा में अल्पकालिक नीतिगत दरों को स्थिर रखने से ब्याज के प्रति संवेदनशील ऑटो, बैंकिंग और रियल्टी समूह के शेयर 1.71 फीसदी तक गिर गये, जिससे बाजार दबाव में आ गया। इसके अलावा 100 शीर्ष कंपनियों के साथ ही छोटी और मझौली कंपनियों में भी 1.74 फीसदी तक की गिरावट का असर भी बाजार देखा गया। विदेशी बाजारों में ब्रिटेन का एफटीएसई 1.80, जापान का निक्की 0.64, हांगकांग का हैंगसैंग 0.76 और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.95 फीसदी लुढ़का वहीं, चीन का शंघाई कंपोजिट पूरे सत्र उतार-चढ़ाव से गुजरता हुआ 2.29 फीसदी की तेजी पर रहा। बीएसई के दूरसंचार को छोड़कर 19 समूहों में बिकवाली हुयी। धातु समूह के शेयर सबसे अधिक 4.33 फीसदी लुढ़के। बीएसई में कुल 2808 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1843 में बिकवाली और 859 में लिवाली हुयी जबकि 106 में स्थिरता रही। एनएसई में कुल 1444 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ 1086 में तेजी और 315 में मंदी रही जबकि 43 में टिकाव रहा।

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