नयी दिल्ली 08 मार्च, देशद्रोह के मामले में फंसे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के शोध छात्र कन्हैया कुमार को जान से मारने की धमकी के मद्देनजर सरकार सुरक्षा प्रदान करेगी तथा टीवी चैनलों पर उस वीडियो को चलाने की घटना की जांच करेगी जिसमें छेड़छाड़ की गयी थी। यह जानकारी आज संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राज्यसभा में तब दी थी जब सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद समेत अन्य विपक्षी सदस्यों ने कन्हैया को सुरक्षा देने तथा डाक्टर्ड वीडियो को दिखाने की घटना की जांच कराने की मांग की। श्री आजाद ने शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए कहा कि कन्हैया को जब गोली मारने तथा जीभ काटने की धमकी दी गयी तो उन्होंने फौरन गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर उसे सुरक्षा प्रदान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि एक नकली वीडियो चलाकर कन्हैया को बदनाम कया गया और उसके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया। अब वह जमानत पर है तो उसे मारने की साजिश हो रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार कन्हैया को तुरन्त सुरक्षा प्रदान करे क्योंकि उनकी जान को खतरा है और नकली वीडियो चलाने के मामले में सख्त कार्रवाई हो। इस पर श्री नकवी ने कहा कि सरकार ने पूरी तरह जिम्मेदारी निभाते हुए उस जिला कार्यकर्ता की निंदा की जिसने जीभ काटने की बात की थी। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो रही है। श्री नकवी ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां कन्हैया का ख्याल रखेगी और जितनी सुरक्षा की जरूरत होगी, वह सुरक्षा उसे दी जायेगी। इस पर उपसभापति पी जे कुरियन ने कहा कि डाक्टर्ड वीडियो की जांच हो। तब श्री नकवी ने कहा कि जांच हो रही है। किसी को भी जान से मारने की धमकी नहीं दी जा सकती चाहे वह वैचारिक रूप से असहमत क्यों न हो। श्री आजाद ने जब कन्हैया की सुरक्षा के मामले को उठाया तो कई विपक्षी सदस्यों ने इसका समर्थन किया।

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