नयी दिल्ली. 09 मार्च, राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) ने आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की संस्था “आर्ट ऑफ लिविंग” को यमुना नदी किनारे विश्व सांस्कृतिक महोत्सव के आयोजन के लिए आज सशर्त मंजूरी देने के साथ ही उस पर पांच करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया।
न्यायाधीश स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने महोत्सव के आयोजन के लिए नियामक मंजूरी देने में गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति पर एक लाख रुपए और डीडीए पर पांच लाख रुपए का जुर्माना लगाने का आदेश भी दिया। एनजीटी ने महोत्सव के आयोजन में पर्यावरण नियमाें का खुलेआम उल्लघंन का आरोप लगाते हुए इस पर रोक की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया । एनजीटी में यह याचिका “यमुना जिए अभियान” नाम की एक संस्था की ओर से दायर की गई थी।

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