दो दिवसीय कॅरियर अवसर मेले का आयोजन
चन्द्रषेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय सीहोर में द्विदिवसीय कॅरियर अवसर मेला (9 एवं 10 मार्च 2016) प्रारम्भ हुआ। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा स्वामी विवेकानन्द के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया। यह मेला आज 10 मार्च 2016 शाम 4 बजे तक इसी प्रकार संचालित रहेगा। प्रभारी प्राचार्य डाॅ. पुष्पा दुबे द्वारा मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमति अमिता अरोरा विषेष अतिथि डाॅ. डी. सी. राठी डिप्टी डायरेक्टर स्वामी विवेकानन्द कॅरियर मार्गदर्षन प्रकोष्ठ म.प्र. शासन उच्च षिक्षा विषेष अतिथि सहायक कलेेक्टर श्री लोकेष जागिड, श्री सुषील ताम्रकर सांसद प्रतिनिधि का स्वागत किया गया। नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमति अमिता अरोरा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि अभिभावकों कोे अपने बच्चों पर पढ़ाई एवं रोजगार के लिए दबाव नहीं बनाना चाहिए। बच्चांे एवं विद्यार्थियों का स्वाभाविक विकास होना चाहियें। खुले दिमाग से उन्हें पढ़ाई करने का अवसर दें। यही आज के समय और समाज की आवष्यकता है। इस मौके पर डाॅ. पुष्पा दुबे ने कहा कि विद्यार्थियों को मार्गदर्षन व रोजगार देने की दिषा में यह मेला मील का पत्थर साबित होगा। डाॅ. हुकुम ंिसंह मण्डलोई ने प्रकोष्ठ की गतिविधियों पर विस्तार से प्रकाष डाला साथ ही प्रकोष्ठ की गतिविधियेां की विस्तृत जानकारी दी। डिप्टी डायरेक्टर डाॅ. डी.सी. राठी ने कहा कि चार विभागों के माध्यम से हमारा यह प्रकोष्ठ कार्य कर रहा है। इस बार मध्यप्रदेष के 60 महाविद्यालयों में कॅरियर अवसर मेला आयोजित हो रहा है। अपने व्याख्यान में डाॅ. डी.सी. राठी ने कहा कि ऐसे मेेले का आयोजन उस वक्त होना चाहिए जब सी.सी.ई. चल रहे हो, ताकि अधिक से अधिक चिद्यार्थी लाभान्वित हो सकें। अगर विद्यार्थी अपने पढ़ाई के प्रथम, दितीय एवं तृतीय वर्ष तक लगातार लगभग 1000 दिवस तक मन लगाकर पढ़ाई करे, तो उसका शेष जीवन सुखद रहेगा। उसे बेहतर रेेाजगार प्राप्त होगा। सांसद प्रतिनिधि श्री सुषील ताम्रकर ने बोेलते हुए कहा कि यह रोजगार मेला विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य के लिए संचालित किया जा रहा हेै। इस अवसर का विद्यार्थियों को लाभ उठाना चाहिए। सहायक कलेक्टर श्री लोकेष कुमार ने कहा कि आज का विद्यार्थी कॅरियर की दिषा तय करने में अधिक समय लगा लेता है। हमें क्या करना है इसका निर्णय 20 वर्ष की उम्र से पूर्व ही करना चाहिए। जब तक हमारा उद्देष्य परिभाषित नहीं होगा, उसे प्राप्त कैसे करेंगंे। विद्यार्थियों को अपना कॅरियर स्वयं निर्धारित करना होगा। अभिभावक दबाव बनाकर अपने पाल्य का कॅरियर तय नहीं कर सकते। महाविद्यालयों में एक वाद-विवाद समूह का गठन होना चाहिए ताकि विद्यार्थी उस क्लब के माध्यम से ज्वलंत मुद्दो पर अपनी बात रख सके। सिविल सर्विस एवं एम.पी. पी.एस.सी की तैयारी के लिए इन्होंने एन.सी.ई.आर.टी. की किताबें पढ़ने की सलाह विद्यार्थियों को दी। पहले दिन इस मेले में लगे बीस स्टालों मंे लगभग 225 छात्र एवं 80 छात्राओं ने अपना पंजीयन कराया। इनमें एल.आई.सी सीहोर, षिवषक्ति बायोटेक भोपाल, सेल मेन्युफेचरिंग, बायोकेयर, एस.बी.आई. लाईफ, सेनापति सेक्यूरिटि सीहोर, नव किसान बायोप्लांटेक, आई.आई.जे.टी. भोपाल, एपिन भोपाल आदि अषासकीय व शासकीय कार्यालय जिला अन्त्यवसायी सीहोर जिला रोजगार कार्यालय सीहोर, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र मत्स्य पालन विभाग आदि शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. राजकुमारी शर्मा ने किया व आभार डाॅ. हुकुम सिंह मण्डलोई ने किया।
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