नयी दिल्ली 16 मार्च, भारतीय हाकी टीम के पूर्व कप्तान दिलीप टिर्की ने आज राज्यसभा में हाकी के जादूगर के नाम से विख्यात मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने की मांग की। राज्यसभा में बीजू जनता दल के नेता श्री टिर्की ने पूरक प्रश्न पूछते हुए कहा कि क्रिकेट और निशानेबाजी में विश्व कप जीतने पर खिलाडियों को राजीव गांधी खेल रत्न और अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है लेकिन कबड्डी जैसे देश के अपने खेलों में विश्व कप जीतने पर भी खिलाड़ियों को पुरस्कार नहीं मिलते। उन्होंने कहा कि महिला टीम ने कबड्डी का विश्व कप कई बार जीता है लेकिन उनके साथ भेदभाव हो रहा है।
श्री टिर्की ने कहा कि हाकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने की बात उठी थी लेकिन उनके साथ भी संभवत भेदभाव हुआ और उन्हें यह पुरस्कार नहीं दिया गया। खेल और युवा मामलों के मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की गैर मौजूदगी में गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि सरकार भी मानती है कि कबड्डी जैसे खेलों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्रिकेट खिलाडी सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न देने का निर्णय पूर्ववर्ती सरकार ने किया था और वह सदस्य की भावना का समर्थन करते हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रियो ओलंपिक के लिए खिलाडियों और प्रशासनिक अधिकारियों के दल का चयन करने की एक प्रक्रिया है और इस तरह के निर्णय खेल महासंघ लेते हैं तथा सरकार इसमें हस्तक्षेप नहीं करती।

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