ग्राम पंचायतों में पेयजल आपूर्ति हेतु एक लाख रूपए सुरक्षित रखें-विधायक
शमशाबाद विधायक श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने आज गुरूवार को विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणजनों को पेयजल आपूर्ति हेतु किए जाने वाले प्रबंधों की समीक्षा की। विदिशा जनपद पंचायत के सभागार कक्ष में हुई इस बैठक में श्री मीणा ने जनपद सीईओ को निर्देश दिए कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में क्रमशः एक-एक लाख रूपए की राशि पेयजल आपूर्ति हेतु सुरक्षित रखी जाए। ताकि आवश्यकता पड़ने पर उक्त राशि से स्थानीय स्तर पर पेयजल के प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। विधायक श्री मीणा ने कहा कि ग्रामीणजनों को ग्रीष्मकाल के दौरान पेयजल आपूर्ति की दिक्कतों का सामना ना करना पडें इसके लिए जहां पानी मिलेगा वहां से देने की व्यवस्था की तर्ज पर शीघ्रतिशीघ्र कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे ग्राम जिनमें जल परिवहन की आवश्यकता की संभावना है उन ग्रामों की सूची शीघ्र तैयार की जाए ताकि उन ग्रामों के लिए पेयजल आपूर्ति हेतु टेंकर आवंटित किए जा सकें। एसडीएम श्री आरपी अहिरवार ने बताया कि शीघ्र ही निजी जल स्त्रोंतो को अधिग्रहण करने के आदेश जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि उक्त बैठक ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत किए जाने वाले कार्यो को अंतिम रूप देने के परिपेक्ष्य में आयोजित की गई है। जिला पंचायत सीईओ के द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत संरचनाओं की जानकारी संबंधी बैठक 16 मार्च बुधवार को प्रथम पाली में विदिशा और द्वितीय पाली में नटेरन में आहूत की गई है। एसडीएम श्री अहिरवार ने कहा कि पेयजल सभी स्त्रोंतो की सूचियां संधारित की जाएं। उन्होंने हर गांव के हेण्डपंप, नलजल योजना जो क्रियाशील है, अक्रियाशील है कि जानकारी अविलम्ब उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने हेण्डपंप मरम्मतों का कार्य दु्रतगति से करने के निर्देश दिए है। बैठक में बताया गया कि नटेरन जनपद पंचायत क्षेत्र में कुल 54 नलजल योजनाएं है जिसमें से 20 क्रियाशील है 34 विभिन्न कारणों से बंद है इसी प्रकार जनपद क्षेत्र में कुल 1493 हेण्डपंप है जिसमें से 1302 क्रियाशील है। विभिन्न कारणों से 191 बंद है। उक्त बैठक में विदिशा, नटेरन के जनपद सीईओ के अलावा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, आरईएस, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
किसान सभा आयोजन के लिए कैलेण्डर जारी
ग्राम पंचायतों में किसान सभा आयोजन के लिए कलेक्टर श्री एमबी ओझा के द्वारा कैलेण्डर जारी किया जा चुका हैै। किसान सभाएं जिले में 15 अपै्रल तक आयोजित की जाएगी। ग्राम पंचायतों में किसान सभा आयोजन के लिए जारी कैलेण्डर अनुसार 11 मार्च शुक्रवार को क्रमशः विदिशा के पीपलखेडा, खेजडासुल्तान और बोरिया ग्राम पंचायत में तथा ग्यारसपुर के मोहम्मदगढ़, चीकली, बासौदा के भुंआराजागीर, कुरवाई चक्क, नटेरन के भियांखेडी, संग्रामपुर सिरोंज के अमीरगढ़, पिथौली कुरवाई के काछीकुम्हारिया, झगरिया और लटेरी के डोंडखेडा ग्राम पंचायत में किसान सभाओं का आयोजन किया गया है। आयोजन सुव्यवस्थित रूप से सम्पन्न हो इसके लिए कलेक्टर द्वारा अधिकारी नियुक्त किए गए है।
खण्ड स्तरीय समीक्षा बैठक सम्पन्न
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना एवं अन्य योजनाओं की जनपद स्तरीय समीक्षा बैठकों का आयोजन जिले में जारी है। गुरूवार को जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, कलेक्टर श्री एमबी ओझा और जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य ने लटेरी और सिरोंज के जनपद सभागृह कक्ष में बैठक आहूत की। कलेक्टर श्री ओझा ने दोनो जनपदों की बैठक में कहा कि जनपद क्षेत्र की पुरानी जल संरचनाओं का जीर्णोद्वार, नई का निर्माण कराया जाना है ताकि हर खेत में सिंचाई के लिए पानी पहुंच सकें। उन्होंने दोनो जनपदों के ऐसे ग्राम जहां ओलावृष्टि से फसल क्षतिग्रस्त हुई है का सर्वे सर्वोच्च प्राथमिकता से शीघ्रतिशीघ्र करने के निर्देश संबंधितों को दिए। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी ने कहा कि सरकार का मुख्य उद्धेश्य है कि किसानों की आमदनी में दुगनी तिगनी वृद्धि हो इसके लिए खेती जमीन खाली ना रहें। हर मौसम में कोई ना कोई फसल ली जाए इसके लिए मुख्य रूप से जल की आवश्यकता की पूर्ति किन-किन संसाधनों से सुगमता से कराई जा सकती है ही मुख्य उद्धेश्य है।जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के प्रस्ताव 20 मार्च तक तैयार किए जाने है इसके लिए प्रत्येक विकासखण्ड में बैठक आहूत कर स्थानीय जनप्रतिनिधियों से विचार विमर्श कर कार्ययोजनाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत सभी प्रकार की जल संरचनाओं को शामिल किया जाएगा। बैठक में हितग्राहीमूलक योजनाओं के लक्ष्य प्राप्ति की भी समीक्षा की गई। इस दौरान जनपद क्षेत्र में क्रियान्वित निर्माण कार्यो की अद्यतन जानकारी भी संबंधितों के द्वारा हासिल की गई। बैठक में निर्माण ऐजेन्सियों को निर्देश दिए कि कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ किए जाएं। बैठक में बताया गया कि प्रत्येक किसानसभा में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के उद्धेश्यों और महत्व की जानकारी से स्थानीय रहवासियों और किसानों को अवगत कराया जाएगा। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का मुख्य उद्धेश्य जिले के सभी ग्राम स्तर तक सिंचाई क्षेत्र में निवेश को बढाकर हर खेत को पानी उपलब्ध कराना है तथा उपलब्ध जल का प्रबंधन कर मोर क्राप पर ड्राप लक्ष्य प्राप्त करना है।
घटक
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के मुख्य घटक एआईबीपी के अंतर्गत वृहद एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं को पूर्ण करने में विशेष ध्यान दिया जायेगा।
हर खेत को पानी
हर खेत को पानी लघु सिंचाई द्वारा नए जल स्त्रोत का निर्माण, पुरानी जल संरचनाओं का सुधार एवं नवीनीकरण, कमांड क्षेत्र का विकास कर खेतों तक पानी पहुंचाना, अभावग्रस्त क्षेत्र में भूमिगत का विकास करना, जल संरचनाओं का जल प्रबंधन एवं जल वितरण प्रणाली में सुधार कर सूक्ष्म सिंचाई पद्वति द्वारा सिंचाई क्षमता बढ़ाना, परम्परागत जल संग्रहण पद्वति को बढावा देना है।
पर ड्राप मोर क्राप
ड्रिप, स्प्रिंकलर, रेनगन आदि के माध्यम से सिंचाई जल का प्रभावी उपयोग करना। योजना के अंतर्गत सिंचाई क्षेत्र में 40 प्रतिशत सीमा के अंतर्गत इनलेट आउटलेट, सिल्ट टेªप आदि का निर्माण करना। लघुत्तम सिंचाई के अंतर्गत नलकूप, कुआं आदि का निर्माण करना, डीजल पम्प, विद्युत पम्प, सोलर पम्प एवं पाईप लाइन सिस्टम को बढ़ावा देना। जल संरक्षण एवं सस्य क्रियाओं हेतु कृषि विस्तार गतिविधियों पर ध्यान देना। सिंचाई प्रबंधन पद्वतियों का प्रशिक्षण। सभी विस्तार कार्यकर्ताओं को पीएमके एसवाय योजनांतर्गत प्रशिक्षण दिलाना है।
जल ग्रहण क्षेत्र विकास
सतही जल का प्रभावी प्रबंधन एवं मिट्टी तथा नमी संरक्षण गतिविधियों को डेªनेजलाइन ट्रीटमेन्ट पद्वति से उपचार करना। मनरेगा योजना अंतर्गत पूण क्षमता के साथ जल स्त्रोंतो का निर्माण करना तथा परम्परागत जल स्त्रोतों का नवीनीकरण करना है। किसान ग्राम सभाओं के दौरान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की नवीनतम जानकारियांें के अलावा सक्षम किसान, समृद्व भारत अंतर्गत किसान सुरक्षा, किसान शक्ति, किसान उन्नति के लिए क्रियान्वित योजनाओं से भी अवगत कराया जा रहा है।
मतदाता सूची के पुर्नरीक्षण कार्य का प्रेक्षक द्वारा जायजा
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा विदिशा जिले के लिए नियुक्त प्रेक्षक श्रीमती गीता मिश्रा ने आज निकाय और पंचायतों की मतदाता सूची के पुर्नरीक्षण कार्य का जायजा लिया। कलेक्टेªट के सभाकक्ष में गुरूवार को सम्पन्न हुई इस बैठक अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती माधवी नागेन्द्र समेत समस्त एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जनपदों के सीईओ और निकायों के अधिकारी मौजूद थे।बैठक में निकायवार मतदाताओं की संख्या और लिंगानुपात के अंतर पर गहन विचार विमर्श किया गया। प्रेक्षक श्रीमती मिश्रा ने कहा कि विदिशा जिले के निकायों और जनपदों में आयोग द्वारा निर्धारित लिंगानुपात से बहुत कम है। उन्होंने इस ओर विशेष अभियान चलाए जाने की बात कही। प्रेक्षक ने कहा कि आयु वर्ग 18 से 29 और 30 से 59 आयु सीमा वर्ग में लिंगानुपात अनुसार विदिशा जिला सी श्रेणी में है। उन्होंने इस ओर विशेष प्रयास करने की समझाईंश दी। प्रेक्षक श्रीमती गीता मिश्रा ने कहा कि डोर-टू-डोर सर्वे कर मतदाताओं के नाम जोड़ने और निरीक्षण करने की कार्यवाही नियमानुसार की जाए ताकि वोटर लिस्ट अपडेट हो सकें। इस दौरान जनपदवार, निकायवार लिंगानुपात के रेशो को समतुल्य हेतु कुल कितने महिला मतदाताओं के नाम जोडे जाने आवश्यक है की संख्याओं से अवगत कराया गया। बैठक में मतदान केन्द्रों की वर्तमान स्थिति और संख्या के संबंध में भी समीक्षा की गई। प्रेक्षक श्रीमती मिश्रा ने बताया कि विदिशा जिले के निकायों और जनपदों में निर्धारित मापदण्डों से अधिक मतदान केन्द्र बनाएं गए है। उन्होंने बताया कि निकाय क्षेत्र में एक हजार मतदाताओं पर एक मतदान केन्द्र और ग्रामीण क्षेत्रों में छह सौ मतदाताओं पर एक मतदान केन्द्र बनाएं जाने का आयोग द्वारा प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि एक ही भवन में चार-पांच मतदान केन्द्र होने की स्थिति में समीप के नवीन भवनों में मतदान केन्द्र बनाए जाएं इसके लिए प्रस्ताव शीघ्र ही आयोग को प्रेषित किए जाएं।
जिला पंचायत अध्यक्ष, कलेक्टर और एसपी ने क्षतिग्रस्त फसलों का मुआयना किया, पीडि़त किसानों को ढांढस बंधाया
जिले में विगत दिनों हुई ओला वृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई फसलों का आज जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, कलेक्टर श्री एमबी ओझा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने संयुक्त रूप से लटेरी और सिरोंज तहसील के ग्रामों का भ्रमण कर जायजा लिया। इस दौरान पीडि़त किसानों से उन्होंने कहा कि शीघ्र ही सर्वे कार्य पूर्ण कर आरबीसी के नवीन प्रावधानों के तहत राहत राशि वितरण की कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर श्री ओझा ने पीडि़त किसानों से कहा कि संकट की इस घड़ी मंे वे अपने आप को अकेला ना समझे। शासन प्रशासन उनकी पूरी मदद करेगा। पीडि़त किसानों को बीमा की राशि भी शीघ्र मुहैया कराई जाएगी। मुख्यमंत्री जी द्वारा पीडि़त किसानों के लिए जो-जो घोषणाएं की गई है उनको जिले के पीडि़त किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता से मुहैया कराई जाएगी। भ्रमण के दौरान स्थानीय एसडीएम समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बकाया राशि समाधान योजना इनके लिए
बकाया राशि समाधान योजना के तहत लाभांवित होने वालो की जानकारी देते हुए मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के उप महाप्रबंधक श्री समीर शर्मा ने बताया कि योजना का लाभ जिन्हें दिया जाएगा। जो गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले शहरी एवं ग्रामीण बकायेदार घरेलू उपभोक्ताओें के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों के अधिसूचित झुग्गी झोपड़ी बस्तियों में निवास करने वाले बकायादार उपभोक्ताओं के लिए लागू की गयी है। इस योजना का लाभ लेने के लिए अधिसूचित झुग्गी झोपड़ी बस्तियों में निवास करने वाले बकायेदार घरेलू उपभोक्ताओं के लिए गरीबी रेखा कार्डधारी होना आवश्यक नही है। इस योजना के तहत 31 दिसम्बर 2015 की स्थिति में मूल बकाया राशि का 50 प्रतिशत राशि जमा करने पर शेष बची 50 प्रतिशत मूल राशि एवं सम्पूर्ण सरचार्ज माफ किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत सामान्य श्रेणी के घरेलू उपभोक्ताओं द्वारा मूल बकाया राशि की शत प्रतिशत राशि जमा करने पर सम्पूर्ण सरचार्ज माफ किया जाएगा। उक्त राशि का भुगतान किश्तों में भी किया जा सकता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए विद्युत मण्डल द्वारा विभिन्न स्थानों पर लगाए जा रहे शिविरों अथवा स्थानीय कंपनी कार्यालय में सम्पर्क कर कार्यवाही की जा सकती है। सभी घरेलू बकायेदार उपभोक्ताओं से निवेदन है कि इस योजना का अधिक से अधिक संख्या में लाभ लेकर अपने बकाया बिलांे का भुगतान करें। अधिक जानकारी के लिए स्थानीय कंपनी कार्यालय में भी सम्पर्क किया जा सकता है।
इस बार टीएल बैठक प्रातः नौ बजे से
जिला मुख्यालय पर कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में प्रति सोमवार को टीएल बैठक आहूत की जाती है। इस बार 14 मार्च को आयोजित होने वाली टीएल बैठक के समय में परिवर्तन किया गया है कि जानकारी देते हुए अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने बताया कि इस बार की टीएल बैठक प्रातः नौ बजे से कलेक्टेªट के सभाकक्ष में आयोजित की गई है उक्त बैठक के उपरांत राजस्व अधिकारियों की बैठक आहूत की गई है।
उपार्जन केन्द्रों पर तमाम प्रबंध सुनिश्चित करें-अपर कलेक्टर
समर्थन मूल्य पर गेहंू उपार्जन का कार्य जिले में 16 मार्च से प्रारंभ होगा जो 14 अपै्रल तक जारी रहेगा। जिले में ततसंबंध में अब तक की गई कार्यवाही की समीक्षा अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया के द्वारा कृष्णा गार्डन में की गई। उक्त बैठक में जिला आपूर्ति अधिकारी श्री मोहन मारू, जिला विपणन अधिकारी श्री विवेक तिवारी समेत सभी उपार्जन केन्द्रों के मैनेजर मौजूद थे। अपर कलेक्टर श्रीमती भदौरिया ने कहा कि शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार उपार्जन केन्द्रों पर जो-जो बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जानी है का अक्षरशः क्रियान्वयन किया जाए। उन्होंने कहा कि किसान अपनी फसल तुलाई के लिए अधिक प्रतीक्षा ना करें। ऐसे प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर इलेक्ट्राॅनिक कांटा, सिलाई मशीन और धागा का भण्डारण कराए जाने के संबंध में उन्होंने आवश्यक मार्गदर्शन दिया। प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर किसानों के लिए छांव, पेयजल आपूर्ति के प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश उन्होंने दिए। अपर कलेक्टर श्रीमती भदौरिया ने कहा कि ई-उपार्जन प्रक्रिया के नियमों का पालन किया जाए। उन्होंने किसानों को एसएमएस भेजने के लिए क्रियान्वित व्यवस्था की भी जानकारी प्राप्त की। उपार्जन केन्द्रों से परिवहन के संबंध में भी इस दौरान विचार विमर्श किया गया।


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