नयी दिल्ली, 23 अप्रैल चुनाव आयोग ने आज कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले, चुनाव के दिन और चुनाव के बाद हिंसा के प्रत्येक मामले पर करीबी नजर रखी जा रही है तथा दोषियों के खिलाफ उनके राजनीतिक संपर्क का ध्यान रखे बिना कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आयोग ने राज्य के चुनाव अधिकारियों और पुलिस प्रशासन से ऐसे सभी मामलों से समय पर और प्रभावी तरीके से निपटने के निर्देश दिये हैं। साथ ही निर्देश दिये हैं कि चुनावी हिंसा के लिए इलाके के संबंधित अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया जाए और अगर वे कार्रवाई करने में आनाकानी करें तो उनके खिलाफ उचित एवं कानूनी कदम उठायें।
चुनाव आयोग ने कड़े शब्दों में कहा कि पुलिस प्रशासन समेत चुनाव अधिकारी किसी भी कीमत पर हिंसा पर लगाम लगायेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि राज्य में आगामी चरणों के चुनाव में सभी मतदान केन्द्रों में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा चुनाव संपन्न हों। पश्चिम बंगाल में 127 विधानसभा सीटों के लिए चौथे, पांचवें और छठे चरण का चुनाव क्रमश: 25 अप्रैल, 30 अप्रैल और पांच मई को होना है। आयोग ने एक बयान में कहा, “चुनाव से पहले, चुनाव के दिन और चुनाव के बाद हिंसा की प्रत्येक घटना पर करीबी नजर रखी जा रही है और दोषियों के खिलाफ उनके राजनीतिक संपर्क का ध्यान रखे बिना कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

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