नयी दिल्ली, 27 अप्रैल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नरेंद्र मोदी सरकार पर फिर हमला बोलते हुए कहा है कि दुनिया आम आदमी पार्टी(आप) की सरकार की तारीफ कर रही है किन्तु केंद्र सरकार हमारे काम में अड़ंगा डाल रही है। पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक को आज यहां संबोधित करते हुए श्री केजरीवाल ने अपनी सरकार की जमकर तारीफ की और कहा कि केंद्र के बाधा डालने के बावजूद हम आगे बढ़ रहे हैं। हम अपना घोषणा पत्र रोज देखते हैं और इसके अनुरूप राजधानी के लोगोंं के लिये काम कर रहे हैं। भविष्य में पार्टी के राज्य विधानसभाओं के चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि हम चुनाव लड़ने से पहले कड़ी मेहनत करना चाहते हैं और उन्हीं राज्यों में चुनाव में उतरेंगे, जहां जीत की संभावना हो। पार्टी उन राज्यों में चुनाव लड़ेगी, जहां 100 में कम से कम उसे 90 सीट जीतने की उम्मीद हो। पार्टी इस ध्येय से चुनाव लड़ेगी कि तंत्र में बदलाव करने के लिये सरकार बनायी जाय।
अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए श्री केजरीवाल ने कहा कि सस्ता पानी देने पर हमने जलबोर्ड को नुकसान होने की आशंका को दूर किया। सस्ता पानी देने के बावजूद जल बोर्ड को 1 अरब 76 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी हुई। सरकार ने मुफ्त पानी और सस्ती बिजली देने के वादे को पूरा किया है और वह घर-घर पाइप के जरिये पानी पहुंचाने की योजना पर काम कर रही है। वर्ष 2017 तक राजधानी में पानी की पाइप लाइन का नेटवर्क बिछा दिया जायेगा और एक-एक घर में पानी पहुंचाया जायेगा। श्री मोदी के गुजरात मॉडल और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पर श्री केजरीवाल ने जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि देश के लोगों को आप पार्टी के शासन और गुजरात मॉडल के बीच फर्क करना चाहिये। मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘ मेरा मानना है कि लोग दिल्ली और गुजरात मॉडल की तुलना कर स्वयं अंतर निकाले।”
भाजपा पर श्री केजरीवाल ने आरोप लगाया कि केसरिया पार्टी वोट को विकास के नाम पर मांगती है लेकिन सत्ता में आने के बाद दूसरी राह पकड़ लेती है। उन्होंने कहा, “ भाजपा अब भारत माता की जय लगाने को कहती है, ऐसा नहीं करने पर मारने की धमकी देती है। अन्ना आंदोलन के समय लोग दिल से भारत माता की जय की नारा लगाते थे। भाजपा से किसान,छात्र और कारोबारी समेत सभी नाराज है। यहां तक कि देश के मुख्य न्यायाधीश भी इसके सामने भावुक हो गये।” आप पार्टी सरकार के कार्यों का उल्लेख करते हुये श्री केजरीवाल ने कहा कि हम लोगों को उनके इलाके में ही स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिये मोहल्ला क्लीनिक बनाये जाने पर जोर दे रहे हैं। अस्पतालाें में दवाइयां मुफ्त दी जा रही हैं। अब तक 100 मोहल्ला क्लीनिक बनाये जा सके हैं लेकिन एक साल में इनकी संख्या को एक हजार तक पहुंचा दिया जायेगा।

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