नयी दिल्ली 28 अप्रैल, हरियाणा की हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) का आज यहां इसके अध्यक्ष कुलदीप बिश्नाेई के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी में विलय हो गया। कांग्रेस महासचिव एवं हरियाणा के प्रभारी शकील अहमद ने श्री बिनोई की मौजूदगी में यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इससे हरियाणा में कांग्रेस को मजबूती मिलेगी और यह राज्य में पार्टी का बढ़ती लोकप्रियता और स्वीकार्यता का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि श्री बिश्नोई के साथ ही हजकां के दोनों विधायक भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं और इसके साथ ही हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 17 हो जाएगी। उन्होंने बताया कि हजकां के कांग्रेस में औपचारिक विलय से पहले श्री बिश्नोई ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। कांग्रेस मुख्यालय में श्री बिनोई के नेतृत्व में हजकां के हजारों कार्यकर्ता कांग्रेस शामिल हुए। इनमें हजकां से जुडे कई पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद तथा पूर्व विधायक भी थे।
श्री अहमद ने कहा कि राज्य में भाजपा की नीतियों के कारण हालात बहुत खराब हो गये हैं और लोग त्रस्त हैं। इंडियन लोकदल और भाजपा के कई नेता भी कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं और लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। इस अवसर पर श्री अहमद के अलावा हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी और पार्टी के राज्यसभा सांसद शादीलाल बतरा भी मौजूद थे। श्री अहमद ने पार्टी में किसी भी मतभेद से इंकार किया और कहा कि पार्टी पूरी तरह से एकजुट है। श्री बिश्नाेई ने कहा कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ गैर भाजपा दलों को एकजुट होने की जरूरत है। इसके जरिए अगले चुनावों में भाजपा सरकार का उखाड फेंका जा सकेगा। श्री हुड्डा ने राज्य में भाजपा सरकार को पूरी तरह से विफल बताया और कहा कि इस पार्टी का शासन किसी भी तरह से जनहित में नहीं है। भाजपा ने सत्ता में आने से पहले 154 वादे किए थे जिनमें एक भी पूरा नहीं हुआ है।

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