नयी दिल्ली, 28 अप्रैल, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट के बाद दंडात्मक कार्रवाई को निष्प्रभावी करने की मांग करते हुए छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद समेत 20 छात्रों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय में नौ फरवरी को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के विरोध में विवादास्पद कार्यक्रम आयोजित करने के खिलाफ जेएनयू प्रशासन ने कुछ छात्रों पर दंडात्मक कार्रवाई की है। जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों के साथ बुधवार रात से भूख हड़ताल शुरू की और कहा कि उन लोगों ने मामले की जांच करने वाली उच्च स्तरीय जांच समिति के निष्कर्षों और सिफारिशों को खारिज कर दिया है। उल्लेखनीय है कि गत नौ फरवरी को जेएनयू परिसर में विवादास्पद कार्यक्रम आयोजित करने के मामले में जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार सहित तीन छात्रों को देशद्रोह के आरोप में फरवरी में गिरफ्तार किया गया था। अभी वे सभी जमानत पर हैं। कन्हैया कुमार पर 10 हजार रुपये का जुर्माना किया गया है जबकि उमर खालिद और दो अन्य छात्रों को अलग-अलग अवधि के लिए निष्कासित कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त कुछ और छात्रों पर भी जुर्माना किया गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता सौरभ शर्मा पर भी 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
शुक्रवार, 29 अप्रैल 2016
कन्हैया, उमर समेत 20 छात्र भूख हड़ताल पर
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