नयी दिल्ली 29 अप्रैल, केन्द्र सरकार राजधानी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का एक शानदार स्मारक बनायेगी और उनकी मृत्यु की असलियत का पता लगाने के लिए जापान के रेंकोजी मंदिर में रखी गयी अस्थियों का डीएनए टेस्ट कराने के बारे में विचार करेगी। संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने नेताजी से जुड़ी 25 और फाइलें सार्वजनिक करते हुए आज यहां कहा कि लंबे समय से नेताजी का एक स्मारक बनाने की मांग होती रही है और सरकार उस महान देशभक्त की स्मृति में राजधानी में एक शानदार स्मारक बनायेगी। उन्होंने कहा कि जापान के रेंकोजी मंदिर में नेताजी की अस्थियां रखे होने की बात कही जाती है। सरकार इस बात का पता लगायेगी कि इनका डीएनए परीक्षण हो सकता है या नहीं ताकि इस बात का पता चल सके कि यह अस्थियां वास्तव में नेताजी की ही हैं या नहीं। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों के अनुसार अस्थि भस्म से डीएनए नमूना नहीं निकाला जा सकता, लेकिन हम इस बात का पता लगायेंगे कि दुनिया में इसकी कोई तकनीक है या नहीं है। श्री शर्मा ने कहा कि देश की जनता विशेष रूप से युवा वर्ग यह जानने को उत्सुक है कि नेताजी की ताइवान में विमान दुर्घटना में मृत्यु हुई थी या नहीं। इसी के मद्देनजर सरकार ने उनसे जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करना शुरू किया है। संस्कृति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश से तथा नेताजी के परिजनों उनसे जुड़ी फाइलें सार्वजनिक करने का वादा किया था और उसी के अनुरूप यह किया जा रहा है।
श्री शर्मा ने कहा कि 1977 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मुरारजी देसाई ने भी इस बात को स्वीकार नहीं किया था कि नेताजी की विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी और उनका मानना था कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए इस मामले की विस्तृत जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जापान सरकार के पास नेताजी से जुड़ी पांच फाइलें है और वह फिलहाल दो फाइलें सार्वजनिक पर सहमत हो गई है। रूस के कथितरूप से नेताजी से जुड़ी जानकारी और फाइलें छुपाने के संबंध में उन्होंने कहा कि रूस सरकार ने यद्यपि उसके पास ऐसी कोई फाइल होने से इंकार किया है लेकिन सरकार देखेगी कि इस मामले में क्या किया जा सकता है। संस्कृति मंत्री ने कहा कि लोगों को यह जानने का हक है कि अब तक नेताजी का कोई स्मारक क्यों नहीं बनाया गया और जिन्होंने ऐसा नहीं किया उन्हें इस बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए। नेताजी से जुड़ी 25 फाइलों को आज आनलाइन जारी किया है। सरकार ने इससे पहले 23 जनवरी को नेताजी की जयंती पर 100 फाइलें ऑनलाइन जारी की थी और उसके बाद गत 29 मार्च को 50 और फाइलें जारी की गई थी।

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