नयी दिल्ली 26 अप्रैल, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि अनुसंधान एवं विकास में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के खर्च का प्रतिशत चीन, जापान और अमेरिका की तुलना में बहुत कम है और इसे बढ़ाना इस समय की सबसे बड़ी जरूरत है। श्री मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में उच्च शिक्षण के केंद्रीय संस्थानों के 13 शिक्षकों को संबोधित करते हुए इस पर बल दिया। ये शिक्षक 23 अप्रैल से 29 अप्रैल तक इन-रेसिडेंस कार्यक्रम के तहत राष्ट्रपति भवन में ठहरे हुये हैं।
श्री मुखर्जी ने कहा, “जापान में 3.6 फीसदी, अमेरिका में 2.7 फीसदी तथा चीन में दो प्रतिशत अनुसंधान में निवेश किया जाता है और भारत में यह मात्र 0.8 फीसदी है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि अनुसंधान में निवेश बढ़ाना इस समय की सबसे बड़ी मांग है। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि ये सभी शिक्षक प्रतिभाशाली हैं। इन्होंने अपने दृढ़ विश्वास, साहस, ज्ञान तथा समाज के लिए प्रतिबद्धता से न सिर्फ खुद को प्रेरित किया है बल्कि अपने छात्रों को भी देश के विकास में योगदान देने के लिये प्रेरित किया है। देश इन शिक्षकों का ऋणी है।

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