पटना, 28 अप्रैल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज यहां मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक की जिसमें नई औद्योगिक नीति पर चर्चा की गयी। श्री कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रधान सचिव (उद्योग) डा0 एस0 सिद्धार्थ ने उद्योग नीति 2011 की प्रगति एवं 2016 की उद्योग नीति की संभावनायें की प्रस्तुतीकरण दिया। बैठक के बाद डा0 सिद्धार्थ ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री ने उद्योग नीति 2006 एवं उद्योग नीति 2011 की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने यह जानकारी प्राप्त की कि उद्योग नीति 2006 एवं 2011 के तहत किस प्रकार के उद्योग लगे एवं किस प्रकार के निवेश हुये। बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुयी कि सरकार द्वारा किस क्षेत्र में निवेश किया जाये।
बैठक में वर्ष 2016 से 2021 की नई औद्योगिक नीति की खाका की चर्चा की गई जिसमें वहां मौजूद सदस्यों ने अपने-अपने विचार रखे। इस दौरान यह बात उभरकर आयी कि उन औद्योगिक क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जाये, जिनका बिहार की विकास में सबसे ज्यादा योगदान रहेगा तथा जिस उद्योग में सबसे ज्यादा रोजगार सृजन की क्षमता हो। मुख्यमंत्री के समक्ष बिहार सिंगल विंडो क्लियरेंस एक्ट पर भी चर्चा की गयी तथा इसे और अधिक सुदृढ़ बनाने पर विचार रखे गये। बैठक में बिहार स्टार्टअप पॉलिसी एवं मुख्यमंत्री के सात निश्चय से संबंधित वेंचर कैपिटल योजना पर भी चर्चा हुयी तथा उक्त योजना की रूप रेखा पर विचार-विमर्श हुआ। बैठक में मुख्यमंत्री श्री कुमार के अलावे वित्त मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी, कृषि मंत्री राम विचार राय, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री मदन मोहन झा, राज्य के उद्योग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री जयकुमार सिंह, गन्ना उद्योग मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, शिक्षा मंत्री अशोक चैधरी, पर्यटन मंत्री अनिता देवी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह समेत विभिन्न विभागों के सचिवों के अलावा संबंधित विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें