नयी दिल्ली, 21 अप्रैल, ब्राजील के रियो डी जेनेरो में हुये आखिरी क्वालिफायर तथा ओलंपिक टेस्ट इवेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुये रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली देश की स्टार जिमनास्ट दीपा करमाकर ने कहा है कि उनका लक्ष्य भविष्य के टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन करते हुये इतिहास रचते रहना है। रियो के लिये क्वालिफाई करने के बाद स्वदेश लौटी दीपा का यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचने के बाद जोरदार स्वागत किया गया। हवाईअड्डे पर उनके प्रशंसकों ने भारी तादाद में उपस्थित होकर स्टार जिमनास्ट की हौसलाअफजाई की और उनका स्वागत किया। प्रशंसकों के भारी समर्थन से अभिभूत दीपा ने कहा, “रियो के लिये क्वालीफाई करना मेरे लिये सपने के सच होने जैसा है। मैं ओलंपिक टेस्ट इवेंट में हर हालत में अच्छा प्रदर्शन करने के लिये प्रतिबद्ध थी और मुझे खुशी है कि मैं ऐसा करने में सफल हो सकी।” देश के पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा से ताल्लुक रखने वाली स्टार जिमनास्ट ने कहा,“रियो में देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिये बड़े ही गर्व की बात है। मेरा लक्ष्य रियो में देश के लिये पदक जीतने के अलावा आगे के टूर्नामेंटों में ढेरों सफलता हासिल करना है।”
22 वर्षीय दीपा ने कहा, “मेरे लिये यह उपलब्धि हासिल करना इतना आसान नहीं था लेकिन मैंने लगातार खुद को प्रेरित किया। आपको कुछ पाने के लिये आपको अतिरिक्त प्रयास और कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। मैं पिछले 15 दिनों से यहां के इंदिरा गांधी स्टेडियम में अपनी तैयारियों को अंजाम दे रही थी। मैं भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की बेहद शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे स्टेडियम में अभ्यास के लिये समुचित व्यवस्था मुहैया करायी।” दीपा ने टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुये महिला आर्टिस्ट जिमनास्ट वर्ग में नौंवां स्थान हासिल किया। उन्होंने कुल 52.698 अंक अर्जित किए। वह इस वर्ग में नौवें स्थान पर रहीं। वह रियो ओलंपिक में जगह बनाने वाली पहली महिला जिमनास्ट होने के साथ ही ओलंपिक खेलों में 52 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय भी बन गई। आजादी के बाद से केवल 11 पुरूष जिमनास्टों ने ही ओलंपिक में हिस्सा लिया हैं जिसमें वर्ष 1952 ओलंपिक में दो, 1956 में तीन और 1964 में छह जिमनास्टों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था लेकिन यह पहला मौका है जब कोई महिला जिमनास्ट इन खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करने जा रही हैं।

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