नयी दिल्ली, 21 अप्रैल, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान सौदा सस्ते में निपटाने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दावे से किनारा करते हुये आज कहा कि यह करार अंतिम चरणों में है और मंत्रिमंडल की मंजूरी के बिना इसे अंतिम नहीं माना जा सकता है। भाजपा ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का सौदा 12 अरब डॉलर का था लेकिन मोदी सरकार ने दोबारा बातचीत कर इसे 8.8 अरब डॉलर में तय करके सरकारी खजाने में 3.2 अरब डॉलर यानी करीब 21000 करोड़ रुपये बचाये।
श्री पर्रिकर ने नौसेना के कमांडरों की बैठक के दौरान संवाददाता सम्मेलन में भाजपा का सोशल मीडिया संभाल रहे लोगों और मीडिया को आड़े हाथ लेते हुये कहा, “कभी-कभी आप लोग इतने जोरदार ढंग से लिखते हैं कि वे (पार्टी के मीडिया मैनेजर) इसे सच मान लेते हैं। मैं केवल इतना ही कह सकता हूं कि राफेल सौदे में बातचीत अंतिम चरणों में है। हम तब तक करार को अंतिम नहीं मान सकते जब तक मंत्रिमंडल इसे मंजूरी नहीं दे देता।” फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच अंतरसरकारी समझौते पर हस्ताक्षर हुये थे और दोनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया था कि राफेल की कीमत के अलावा बाकी चीजों को अंतिम रूप दिया जाना चाहिये। इसकी कीमत को लेकर दोनों देशों के बीच लंबे समय से बातचीत चल रही है।

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