लखनऊ, 08 मई, करीब दो दशक के लंबे इंतजार के बाद उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच बस सेवा शुरू होगी। दोनो राज्यों की सरकार के बीच इस बारे मे आम सहमति बन चुकी है। दोनो पडोसी राज्यों की सरकारी बसें अब 25 चिन्हित सडक मार्ग पर संचालित होगी जबकि निजी बसे अन्य नौ रूट पर संचालित की जायेंगी। राज्य मे यातायात विभाग के प्रमुख सचिव अरविंद देव और बिहार मे उनके समकक्ष सुजाता चतुर्वेदी ने इस मसौदे पर हस्ताक्षर किये। सूबे के यातायात कमिश्नर के रविन्द्र नाईक ने आज यहां बताया कि दोनो राज्यों के बीच हुये एतिहासिक समझौते के बाद यात्रियों को सस्ती और सुगम बस यात्रा की सहूलियत मिलेगी।
श्री नाईक ने बताया कि सरकारी बसों के तय किये रूट के अनुसार पटना और वाराणसी के बीच बस सेवा आरा,बक्सर के रास्ते चलेगी जबकि दरभंगा भदोही बस सेवा वाराणसी,और सेवापुरी के रास्ते, गया सारनाथ बस सेवा औरंगाबाद और डेहरी के रास्ते, पटना बलिया बस सेवा अारा बक्सर के रास्ते संचालित होगी। इसके अलावा छपरा गोरखपुर, सिवान गोरखपुर, मोतीहारी गोरखपुर, रक्सौल गोरखपुर, देवरिया पटना, रामनगर भभुआ समेत अन्य मार्गो पर बस सेवा का संचालन किया जायेगा। उन्होने बताया कि निजी बस सेवा बरहज-सलेमपुर-प्रतापपुर फैक्ट्री-मैरावा-सीवान, सलेमपुर-भिंगारी- भवानीछापर-नीरगंज-हतुअा सीवान, सामौर-पडरौना-छिताैनी-बाघा,गोरखपुर-कप्तानगंज-छितौनीघाट-बाघा, बलिया बक्सर,बलिया छपरा,मऊ गाहमारवारा,वाराणसी बक्सर,वाराणसी डेहरी मार्ग पर चलेगी।

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