पटना, 03 मई। मजदूर दिवस, 1 मई को कृष्ण मेमोरियल हाॅल में आयोजित कार्यक्रम ‘‘आजादी’’ के सफल आयोजन में सहयोग के लिए बिहार के छात्र-नौजवानों, बुद्धिजीवी, आम अवाम का सहयोग प्राप्त हुआ। जिसके कारण यह आयोजन सफल हो पाया। जिसके लिए सभी को धन्यवाद करते हैं। जे.एन.यू. छात्र संघ अध्यक्ष के दो दिवसीय कार्यक्रम का कवरेज करने के लिए मीडिया को साथियों को भी धन्यवाद।
जवाहर लाल नेहरू वि.वि. न केवल प्रतिष्ठित बल्कि कई मायनों में अनूठा विष्वविद्यालय है। जिसमें समाज के हर तबके के लोगों को पहुंच, मुखर आवाज को सुना जा सकता है। महिला-पुरूष अनुपात, सामाजिक न्याय तथा हाषिए पर खड़े लोगों को आसानी से पहुंच तथा सवाल उठाना जे.एन.यू. सिखाता है। जिसे संघ परिवार को चिढ़ है। संघ परिवार अपने अनुषांगिक संगठनों के माध्यम से जे.एन.यू. पर योजनाबद्ध हमले जारी रखे हुये है। इसी के तहत केन्द्र सरकार के निर्देष पर जे.एन.यू. के छात्र संघ अध्यक्ष, अन्य पदाधिकारियों एवं छात्रों पर दमनात्मक कार्रवाई की गई। जिसके खिलाफ छात्र छः दिनों से जे.एन.यू. में भूख हड़ताल पर हैं। जे.एन.यू. प्रषासन की दमनात्मक कार्रवाई के खिलाफ ए.आई.एस.एफ. ने राज्य के सभी विष्वविद्यालय मुख्यालयों पर धरना देने का फैसला किया है। 5 मई को पूरे राज्य में संगठन ने प्रतिरोध दिवस घोषित किया है।
वहीं आगामी 8 मई को ए.आई.एस.एफ. और ए.आई.वाई.एफ. के बैनरतले राज्य के अंदर गांधी मूत्र्ति के समीप एक दिवसीय उपवास किया जाएगा। जे.एन.यू. छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार भूख हड़ताल पर रहते हुए 30 अप्रैल व 1 मई को विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिए। कुछ मीडियाकर्मियों द्वारा उनकी बातों को तोड़ मरोड़ कर पेष किया गया। ए.आई.एस.एफ. ने सूबे में शराबबंदी का स्वागत करते हुए सरकार के फैसले का समर्थन किया था। बिहार के अंदर घरेलू हिंसा, दिहाड़ी मजदूरों की फिजूलखर्ची व अपराध का ग्राफ शराबबंदी से घटा है। इस बात को कन्हैया ने भी कहा था। अभी भी संगठन इसका स्वागत करता है।
संवाददाता सम्मेलन में मौजूद छात्र-युवा नेताओं ने कहा कि कन्हैया ने फासीवाद के खिलाफ तथा जे.एन.यू. आंदोलन के समर्थन में रहने वालों लोगों से मिलकर धन्यवाद करने की बात कही थी। इसी के तहत प्रमुख नेताओं से वह मिले भी। बीजेपी के नेताओं को व्यापक एकता बनते देख छटपटाहट हो रही है और वे एकता में दरार डालने के लिए अनाप-षनाप बक रहे हैं। जिस बीजेपी ने सबसे अधिक शराब माफिया को चुनाव में टिकट दिया। वह कन्हैया को शराब माफिया से जोड़ रही है। यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी राजनेता के यहां पहले से कौन बैठा है यह ए.आई.एस.एफ. व ए.आई.वाई.एफ. या कन्हैया इसके लिए दोषी नहीं है। कार्यक्रम की तैयारी में विगत डेढ़ माह से पूरे राज्य में ए.आई.एस.एफ. व ए.आई.वाई.एफ. के साथी जुटे हुए थे। संवाददाता सम्मेलन में ए.आई.एस.एफ. के राज्य अध्यक्ष परवेज आलम, राज्य सचिव सुषील कुमार एवं ए.आई.एस.एफ. राज्य अध्यक्ष प्रभात कुमार पाण्डेय, ने कहा ।

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