नयी दिल्ली 31 मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत डाक्टराें की सेवानिवृत्ति की आयु 65 करने की मंजूरी दे दी है। केन्द्रीय स्वास्थय और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि इस व्यवस्था से सरकार को देश में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को अाैर मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने केन्द्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष करने के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया है। यह व्यवस्था 31 मई 2016 से प्रभावी मानी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाए जाने से सरकार अनुभवी चिकित्सकाें की सेवाएं लंबे समय तक ले सकेगी।
इससे जन स्वास्थ्य योजनाओं के जरिए खासतौर से उन गरीब लोगों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं दी जा सकेंगी जो पूरी तरह से ऐसी सेवाओं पर निर्भर रहते हैं। इससे सरकार को स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी कयी नयी योजनाआें को लागू करने में भी आसानी होगी क्योंकि इसके लिए पर्याप्त डाक्टरों की संख्या उपलब्ध रहेगी। प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हाल में आयोजित एक रैली में घेाषणा की थी कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत डाक्टराें की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी जाएगी। उन्होंने कहा था कि ऐसा करके देश में चिकित्साें की कमी काे काफी हद तक पूरा किया जा सकेगा। उन्हाेंने यह भी कहा था कि इस फैसले से देश के लोगों को डॉक्टरों के अनुभवों और सेवाओं का ज्यादा समय तक लाभ मिलेगा।
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