बलिया 01 मई, गरीब गुरबा की जिन्दगी में बदलाव लाने का संकल्प दोहराते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि देश में गरीबी हटाने के लिए नारे तो दिये गये लेकिन योजनाएं मतपेटी को ध्यान में रखकर बनीं। श्री मोदी ने यहां ‘प्रधानमंत्री उज्जवला योजना’ का शुभारंभ करते हुये कहा कि गरीबी हटाने के लिये नारे तो बहुत दिये गये लेकिन योजनाये मतपेटियों को ध्यान में रखकर बनायी गयी। इसीलिये गरीबी नही गयी। गरीबी तब जायेगी जब इसे मिटाने के लिये सटीक योजनाये बनेगी और उनका क्रियान्वयन पूरी ईमानदारी से होगा । इस मौके पर अपने करीब 50 मिनट के भाषण में उन्होने कहा ‘‘ हम गरीब की जिन्दगी बदलना चाहते हैं ।
उसके जीवन मे बदलाव के लिये काम कर रहे हैं। गरीबो को गरीबी से लडने के लिये तैयार करना होगा। इसी कडी में आज प्रधानमंत्री उज्जवला की शुरूआत हो रही है। मुझे भरोसा है कि तीन साल बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक देश के पांच करोड गरीब परिवार इस योजना से लाभान्वित हो चुके होंगे। ” उन्होने कहा कि योजना के तहत मिलने वाले गैस कनेक्शन से गरीब तबके की महिलाओं को लकडी और उपले के ईधन से न/न केवल छुटकारा मिलेगा बल्कि इस ईधन से उत्सर्जित विषैले धुयें से होने वाली बीमारियो से मुक्ति मिलेगी और उनके जीवन स्तर में सुधार आयेगा। कुल मिलाकर उज्जवला गरीबो की जिन्दगी मे उजाला लायेगी। श्री मोदी ने कहा कि देश को सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री देने वाले राज्य उत्तर प्रदेश मे गरीबी को समाप्त करने के लिये सटीक योजनाये बनानी होंगी। उन्होने कहा “ क्या कारण है कि गरीबी बढती ही गयी। हमारी नीतियों में ऐसी क्या कमी थी कि हम गरीबों को गरीबी के खिलाफ लड़ने के लिये तैयार नहीं कर पाये। ऐसा क्या कारण था कि हमने गरीबों को सिर्फ गरीबी के साथ जीना नहीं, लेकिन सरकारों के आगे हाथ फैलाने के लिये मजबूर करके छोड़ दिया।”

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