चुनिंदा उद्योगपति डकार गये जनता की गाढ़ी कमाई : कन्हैया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 1 मई 2016

चुनिंदा उद्योगपति डकार गये जनता की गाढ़ी कमाई : कन्हैया

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पटना 01 मई, देश के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनएसयू) के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने आज आरोप लगाया कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा आम लोगों के हित में खर्च नहीं कर कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों के हितों की रक्षा में लगी है और अब तक अपने वायदों को पूरा नहीं कर सकी है । श्री कुमार ने ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडेरेशन (एआईएसएफ)की ओर से यहां आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार आरोप लगा रही है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में पीएचडी करने के लिए छात्रों को दी जाने वाली फेलोशीप, जनता के टैक्स की बर्बादी है । उन्होंने कहा कि यह एक अजीब तर्क है कि जहां बिहार जैसे और अन्य राज्यों से कई गरीब छात्र पीएचडी तथा उच्चतर डिग्री के लिए पढ़ाई कर रहे हो ,उनके लिए खर्च की जाने वाली राशि को सरकार टैक्स की बर्बादी बता रही है । जेएनएसयू के अध्यक्ष ने इशारे में ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि टैक्स की बर्बादी वह कर रहे है जो लाखों रुपये के सूट पहन कर पूरी दुनिया की सैर करते है । उन्होंने कहा कि किंग फिशर एयर लाइन्स के मालिक विजय माल्या हजारों करोड़ रुपये का बैंकों से ऋण लेकर विदेश चले जाते है और सरकार कुछ नहीं करती । उन्होंने सवाल किया कि क्या यह टैक्स की बर्बादी नहीं है ।

श्री कुमार ने कहा कि सिर्फ विजय माल्या हीं नहीं बल्कि ऐसे कई उद्योगपति है जो सरकार की शह से जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा डकार जाते है । उन्होंने कहा कि जहां आम लोग पीने के पानी के लिए भी तरस रहे है वहीं सरकार के संरक्षण में उद्योगपति और पूंजीपति जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा आसानी से हजम कर रहे है तथा उनके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं की जा रही है । जेएनएसयू के अध्यक्ष ने कहा कि सरकार मजदूरों के लिए कुछ भी ठोस कार्य नहीं कर रही है । उन्होंने कहा कि मजदूर का स्वरूप अब पहले से बदल गया है । खेत खलिहानों में काम करने वाले मजदूर भले ही भोजपुरी या मगही बोलते हो और कुछ गंदा कपड़ा पहनते हो लेकिन फैक्ट्री और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में काम करने वाले मजदूरों का पोशाक अलग होता है । वे पैन्ट ,शर्ट और टाई में दिखते है तथा अंग्रजी भी बोलते है लेकिन उनकी हालत भी मजदूर जैसी ही है । उन्होंने कहा कि वह इन दोनों श्रेणियों के मजदूरों की स्थिति सुधारने की मांग करते है । श्री कुमार ने कहा कि केन्द्र सरकार को बड़ी -बड़ी बाते करने की बजाये आम लोगों की समस्याओं का हल खोजना चाहिए । उन्होंने कहा कि मजदूर ,युवा और किसानों के हितों की रक्षा हर हाल में की जानी चाहिए और इसके लिए वह पूरी मजबूती से आवाज उठाते रहेंगे । 

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