नयी दिल्ली, 05 मई, कांग्रेस ने अगस्ता वेस्टलैंड रिश्वत मामले की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में व्यापक जाचं कराने की मांग करते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह इसमें कांग्रेस नेतृत्व को फंसाने की साजिश कर रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा कि श्री मोदी के निशाने पर कांग्रेस नेतृत्व है और उसे फंसाने के लिए प्रधानमंत्री जांच एजेंसियों का इस्तेमाल उनका नाम लेने के लिए करना चाहते हैं। उन्होने कहा कि सरकार के अधीन काम करने वाली कोई एजेंसी निष्पक्ष होकर इसकी जांच नहीं कर सकती इसलिए कांग्रेस उच्च न्यायालय की निगरानी में इसकी जांच की मांग कर रही है। राज्यसभा में इस मुद्दे पर करीब पांच घंटे चली चर्चा के बाद रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर के जवाब को उन्होंने संसद के इतिहास में अब तक सबसे खराब भाषण बताया और कहा कि श्री मोदी ने रात दस बजे जिस तरह से इस भाषण की तारीफ की और संसदीय इतिहास का अभूतपूर्व और अद्वितीय भाषण करार दिया उससे उनका इरादा साफ है और अब कोई संदेह नहीं रह गया है कि वह इस मामले कांग्रेस नेतृत्व को फंसाने का षडयंत्र कर रहे हैं।
अगस्ता वेस्टलैंड मामले की जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल मेें नहीं कराए जाने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि 2013 में इरादा श्री माेदी को निशाना बनाकर उन्हें फंसाना नहीं था जबकि 2016 में मंशा कांग्रेस नेतृत्व को निशाना बनाकर फंसाने का है। उनका कहना था कि श्री मोदी के लिए अच्छे दिन का मतलब है कि कांग्रेस नेतृत्व को फंसाओ लेकिन कांग्रेस उनकी मंशा को पूरा नहीं हाेने देगी और इसके खिलाफ संघर्ष करेगी। उन्होंने कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड सौदे पर राज्यसभा में रक्षा मंत्री ने इस मुद्दे पर हुई चर्चा का जो जवाब दिया है वह सब राजनीति से प्रेरित झूठे इल्जाम हैं। उनका जवाब जनसभा में दिए जोन वाल भाषण की तरह था। इस तरह का जवाब देकर श्री पार्रिकर ने रक्षा मंत्री की गरिमा को कम किया है। इटली के नौसैनिकों के मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के फैसले पर उन्होंने कहा कि अमेरिका में श्री मोदी तथा इटली के प्रधानमंत्री के बीच जो बात हुई है बहुत संभव है उसके तहत ही दो निर्दोष भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोपी इटली के दोनों नौसैनिकों को राहत दी गयी है। उन्होंने कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच औपचारिक मुलाकात से विदेश मंत्रालय ने इनकार किया है लेकिन दोनों नेताओं के बीच बैठक हुई है।
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