सिंहस्थ का दूसरा शाही स्नान, बारिश के बावजूद उमड़ा जनसैलाब - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 10 मई 2016

सिंहस्थ का दूसरा शाही स्नान, बारिश के बावजूद उमड़ा जनसैलाब

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उज्जैन, 09 मई, बिगडते मौसम के बावजूद मध्यप्रदेश के उज्जैन में सिंहस्थ में अक्षय तृतीया के मौके पर दूसरे शाही स्नान में लाखों श्रद्धालुओं ने मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी में आज लगाई आस्था और विश्वास की डुबकियां लगाई। उज्जैन में प्रात: से दोपहर तक तेज धूप थी लेकिन दोपहर बाद तेज बारिश के बावजूद स्नान करने वालों की भीड जमा थी। जीवाजीराव वैधशाला के अनुसार आज 17 मिली वर्षा रिकार्ड की गई और दोपहर बाद कुछ समय के लिए 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चली। उसके बावजूद देश के विभिन्न प्रांतो से लाखों श्रद्धालुओं का स्नान के लिये यहां आना जारी है। यह सिलसिला देर रात तक जारी रहेगा। वैशाख शुक्ल तृतीया (अक्षय तृतीया) के अवसर पर आज उज्जैन सिंहस्थ महाकुंभ में नदी के पवित्र जल में 13 अखाड़ों ने शाही स्नान किया। सर्वप्रथम श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्री अवधेशानंदजी के नेतृत्व में हजारों नागा साधुओं ने क्षिप्रा में आस्था और विश्वास की डुबकियां लगाई। जैसे ही तडके चार बजे नागा साधुओं का दल तेजी से क्षिप्रा घाट पर आया और हर-हर महादेव, जय महाकाल, शिप्रा मैया की जय हो आदि जय उद्घोष के साथ पावन सलिला के जल में प्रवेश किया। श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के साथ-साथ आवाहन व अग्नि तथा निरंजनी एवं आनंद अखाड़ों ने भी अपने-अपने साधुओं के साथ स्नान का पुण्य अर्जित किया। इसके बाद महानिर्वाणी, पंच अटल अखाड़ों का स्नान हुआ। रामघाट पर सबसे पहले निर्वाणी अणि अखाड़ा, दिगम्बर अणि अखाड़ा और बाद में निर्मोही अणि अखाड़े के साधु संतों ने स्नान किया। इसके बाद श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा, श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा एवं निर्मल अखाड़े के साधु संतों ने शानदार जुलूस के रूप में रामघाट पहुंचकर स्नान किया। स्नान के लिए दोनों ओर साधु-संत, हाथी, घोड़े और बग्घियों में सवार होकर आन, बान, शान से जुलूस के रूप में क्षिप्रा तट पर पहुंचे। 

इस सदी के दूसरे सिंहस्थ के दूसरे शाही स्नान में तड़के से ही दत्त अखाड़ा घाट, रामघाट, नृसिंह घाट, सुनहरी घाट सहित अन्य घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने स्नान पर्व का लाभ लेते हुए मां क्षिप्रा के पवित्र जल में डुबकियां लगाई। शाही स्नान में अखाड़ों के सभी महामण्डलेश्वर एवं खालसों ने शामिल होकर अपने अखाड़ों के साथ स्नान किया। अखाड़ों के लिए निर्धारित समय तक रामघाट और दत्त अखाड़ा घाट पर आम श्रद्धालुओं के स्नान के लिए प्रवेश प्रतिबंधित रहा। अखाड़ों के स्नान के बाद ही आम श्रद्धालु इन घाटों पर स्नान के लिए पहुंचना शुरू हो गए थे। सभी अखाडों के साधु संत पहले अपने देवता को स्नान कराते है और पूजा करते है। शाही स्नान के लिए कल रात से ही श्रद्धालुओं के आना जारी था। भारी भीड के कारण जगह जगह बेरिकेट्स लगाये गये हैं। पुलिस ने चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्नान जारी है।

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