वाशिंगटन 97 मई, अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकवाद के विरूद्ध लड़ाई के लिए दी जाने वाली 45 करोड़ डालर की सहायता रोक ली है और कहा है कि उसने तालिबान तथा हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादियों के विरूद्ध कार्रवाई का अपना वादा पूरा नहीं किया। अमेरिकी कांग्रेस की शस्त्र सेवा समित ने राष्ट्रीय रक्षा अधिकरण कानून 2017 को मंजूरी देते समय अपने क्षेत्र में अक्कानी नेटवर्क के आतंकवादियों के विरूद्ध कार्रवाई के प्रति पाकिस्तान की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया और उसे इस कार्य के लिये दी जाने वाली सहायता रोक दी। पाकिस्तान ने अमेरिका से वादा किया था कि वह अपनी भूमि का उपयोग कर अफगानिस्तान में आतंकवादी हमला करने वाले हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादियों के विरूद्ध कार्रवाई करेगा।
इस आधार पर ही अमेरिकी प्रशासन ने कांग्रेस से उसे 45 करोड़ डाॅलर की रकम देने की सिफारिश की थी किन्तु कांग्रेस के अनुसार पाकिस्तान ने इस वादे को पूरा नहीं किया। हक्कानी नेटवर्क अफगानिस्तान में अमेरिकी तथा भारतीय ठिकानों को भी अपना निशाना बनाता और उनके ऊपर हमले करता रहता है। भारत के काबुल तथा अन्य स्थानों के दूतावास और वाणिज्य दूतावासों पर वह हमले कर चुका है। कांग्रेस की शस्त्र सेवा समित ने 1.1 अरब डालर की रकम के वितरण की मंजूरी दी है जिसमें से 90 करोड़ डालर की रकम पाकिस्तान को दी जायेगी। शस्त्र सेवा समिति के निर्णय पर अभी कांग्रेस की कई अन्य समितियां विचार करेंगी। पाकिस्तान को दी जाने वाली 45 करोड़ डालर की रकम 74 करोड़ 20 लाख डालर की उस रकम से अलग है जिसकी सिफारिश अमेरिकी प्रशासन ने कांग्रेस से की है।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें