गोली की गूँज से दहला चौथम का सरसवा दियारा
प्रद्योत कुमार,बिहार। शनिवार की सुबह खगड़ियाज़िला के चौथम प्रखंड के सरसवा दियारा में दबंगों ने लगभग 27 झोपड़े में आग लगाकर राख कर दिया,अहले सुबह गोली की गूंज से जब लोगों की नींद खुली तो वहां का दृश्य देखकर देखने वालों के होश उड़ गए।यह घटना विवादित ज़मीन पर कब्ज़ा को लेकर हुई थी,सूत्रों की मानें तो पिछले कुछ दिनों से महादलित वहां घर बनाये जा रहे थे जिसका विरोध भू-स्वामियों के पट्टेदारों के द्वारा किया गया था लेकिन रामदेव राम जिसको घटनास्थल पर गोली लगी का कहना है कि यह ज़मीन सरकार की है पर वहीं भू-स्वामी सुनील कुमार सिंह का कहना है कि यह विवादित ज़मीन उसके नाना की है जिसका खता संख्या 281 व खेसरा 233 है,इस ज़मीन का कुल रकबा 15 बीघा का है और इसे पट्टेदारी पर मो० मोजाहिद को दे दिया गया था।चौथम थाना ध्यक्ष सुनील कुमार सहनी ने बतया कि उक्त घटना में प्राथमिकी 68/16 दर्ज़ किया गया है जिसमें 14 नामजद सहित 30 अज्ञात लोगों का नाम उक्त ज़ख़्मी के फर्द बयान पर दर्ज़ किया गया है,आगे बताया कि गांव में छापे मारी के क्रम में एक थ्रीफिफ्टिंन रेगुलर रायफल एवं 8 कारतूस बरामद किया गया है और तीन व्यक्ति की गिरफ्तारी भी हुई है।सूत्रों की मानें तो महादलित उक्त ज़मीन को कब्ज़ा करने के दृष्टिकोण से ही वहां झोपड़े का निर्माण कर रहा था और कब्ज़े को हटाने के दृष्टिकोण से ही पूर्व मुखिया मो० मोजाहिद और साथियों के द्वारा गोली चलाई गई एवं नवनिर्मित और नवनिर्माणाधीन झोपड़े को जलाकर ख़ाक कर दिया गया जबकि इसके पूर्व से ही विवादित ज़मीन का मामला अदालत में लंबित है बावजूद इसके इस तरह के ग़ैर क़ानूनी कार्य किये गये,इसे तो बस अपने विशेष अधिनियम अधिकार का दुरूपयोग ही कह सकते हैं।सूत्रों की मानें तो घटनास्थल पर 10 राउंड गोली भी चली और पुलिस को 10 गोली के खोखे भी वहां से मिले।घटना का जायजा लेने जिलाधिकारी,खगड़िया श्री जय सिंह व आरक्षी अधीक्षक खगड़िया श्री अनिल कुमार सिंह आये एवं शान्ति को ध्यान में रखते हुए 144 धारा लगा दिया गया है और घटनास्थल पर पुलिस चौकसी बढ़ा दी गई है।सरसवा जैसी घटना कोई नई बात नहीं है,हालांकि इस तरह की घटना समाज को शर्मसार अवश्य करती है लेकिन इसमें दोष हमारे सिस्टम का भी है जिसमे सुधार की आवश्यकता है,अगर नहीं हुआ तो ये अंतहीन सिलसिला यूँ ही चलता रहेगा।
गोली की गूँज से दहला चौथम का सरसवा दियारा
प्रद्योत कुमार,बिहार।शनिवार की सुबह खगड़िया,ज़िला के चौथम प्रखंड के सरसवा दियारा में दबंगों ने लगभग 27 झोपड़े में आग लगाकर राख कर दिया,अहले सुबह गोली की गूंज से जब लोगों की नींद खुली तो वहां का दृश्य देखकर देखने वालों के होश उड़ गए।यह घटना विवादित ज़मीन पर कब्ज़ा को लेकर हुई थी,सूत्रों की मानें तो पिछले कुछ दिनों से महादलित वहां घर बनाये जा रहे थे जिसका विरोध भू-स्वामियों के पट्टेदारों के द्वारा किया गया था लेकिन रामदेव राम जिसको घटनास्थल पर गोली लगी का कहना है कि यह ज़मीन सरकार की है पर वहीं भू-स्वामी सुनील कुमार सिंह का कहना है कि यह विवादित ज़मीन उसके नाना की है जिसका खता संख्या 281 व खेसरा 233 है,इस ज़मीन का कुल रकबा 15 बीघा का है और इसे पट्टेदारी पर मो० मोजाहिद को दे दिया गया था।चौथम थाना ध्यक्ष सुनील कुमार सहनी ने बतया कि उक्त घटना में प्राथमिकी 68/16 दर्ज़ किया गया है जिसमें 14 नामजद सहित 30 अज्ञात लोगों का नाम उक्त ज़ख़्मी के फर्द बयान पर दर्ज़ किया गया है,आगे बताया कि गांव में छापे मारी के क्रम में एक थ्रीफिफ्टिंन रेगुलर रायफल एवं 8 कारतूस बरामद किया गया है और तीन व्यक्ति की गिरफ्तारी भी हुई है।सूत्रों की मानें तो महादलित उक्त ज़मीन को कब्ज़ा करने के दृष्टिकोण से ही वहां झोपड़े का निर्माण कर रहा था और कब्ज़े को हटाने के दृष्टिकोण से ही पूर्व मुखिया मो० मोजाहिद और साथियों के द्वारा गोली चलाई गई एवं नवनिर्मित और नवनिर्माणाधीन झोपड़े को जलाकर ख़ाक कर दिया गया जबकि इसके पूर्व से ही विवादित ज़मीन का मामला अदालत में लंबित है बावजूद इसके इस तरह के ग़ैर क़ानूनी कार्य किये गये,इसे तो बस अपने विशेष अधिनियम अधिकार का दुरूपयोग ही कह सकते हैं।सूत्रों की मानें तो घटनास्थल पर 10 राउंड गोली भी चली और पुलिस को 10 गोली के खोखे भी वहां से मिले।घटना का जायजा लेने जिलाधिकारी,खगड़िया श्री जय सिंह व आरक्षी अधीक्षक खगड़िया श्री अनिल कुमार सिंह आये एवं शान्ति को ध्यान में रखते हुए 144 धारा लगा दिया गया है और घटनास्थल पर पुलिस चौकसी बढ़ा दी गई है।सरसवा जैसी घटना कोई नई बात नहीं है,हालांकि इस तरह की घटना समाज को शर्मसार अवश्य करती है लेकिन इसमें दोष हमारे सिस्टम का भी है जिसमे सुधार की आवश्यकता है,अगर नहीं हुआ तो ये अंतहीन सिलसिला यूँ ही चलता रहेगा।

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