गरीब छात्रों की केंद्रीय विश्वविद्यालयों में फीस माफी पर विचार : ईरानी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 30 जून 2016

गरीब छात्रों की केंद्रीय विश्वविद्यालयों में फीस माफी पर विचार : ईरानी

fees-free-for-poor-in-central-university-irani
नयी दिल्ली 29 जून, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आज कहा कि सरकार केंद्रीय विश्वविद्यालयों में उन छात्रों की फीस माफ करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है, जिनके माता-पिता की वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम हो। श्रीमती ईरानी ने आज यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार आईआईटी छात्रों की तर्ज पर केंद्रीय विश्वविद्यालयों में फीस माफी के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। उन्होंने साथ ही युवाओं को मोदी ऐप से जुड़ने के लिए ही प्राेत्साहित किया ताकि उन तक नवीनतम सूचनायें पहुंच सकें और वे भी दूसरों के काम आ सकें। 

उन्होंने कहा कि यह ऐप श्री मोदी को लोगों से जोड़कर सरकार और आम लोगों के बीच पारदर्शिता को बढ़ावा देता है और आम लोग उनसे सीधा संपर्क कर सकते हैं। उन्हाेंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कहते थे कि कोई चाय वाला प्रधानमंत्री नहीं बन सकता लेकिन देश के युवाओं ने इसे गलत साबित कर दिया। श्री मोदी एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो देश के युवाओं के साथ जुड़ना चाहते हैं। उनके पास सबके लिए समय है, यहां तक कि उन लोगों के लिए भी , जिनके पास मताधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार नीति निर्माण की प्रक्रिया में युवाओं की भागीदारी चाहती है क्योंकि आने वाले 20-25 साल तक उन पर नीतियों का असर होगा। 

कोई टिप्पणी नहीं: