कालेधन पर वैश्विक स्तर पर सहमति बनाने में सफल : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 27 जून 2016

कालेधन पर वैश्विक स्तर पर सहमति बनाने में सफल : मोदी

govt-gets-succeeded-in-making-global-consensus-on-black-money-modi
नयी दिल्ली 27 जून,  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उनकी सरकार की कोशिशों से कालेधन का मुद्दा वैश्विक स्तर पर उठा है और अब दुनिया भर के देश इसे लेकर एक दूसरे को सूचनायें देने पर सहमत हो रहे हैं। श्री मोदी ने निजी टेलीविजन चैनल ‘टाइम्स नाउ’ को दिये साक्षात्कार में कालेधन को स्वदेश लाकर हर भारतीय के खाते में 15 लाख रुपये हस्तांतरित करने के अपने चुनावी वायदे के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इस मुद्दे को राजनीतिक दलों के लिए छोड़ दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आम लोगों के मन में यह घर कर गयी थी कि लोग पैसे विदेशों में जमा करते हैं। इस पर संसद भी कुछ नहीं कर पा रही थी और उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बावजूद विशेष जाँच दल का गठन नहीं हो रहा था। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने कार्यभार संभालते ही सबसे पहले इस जाँच दल का गठन किया। इसके अलावा उन्होंने पहली बार जी 20 के वैश्विक मंच पर कालेधन का मुद्दा उठाया और इसके बाद इस बारे में वैश्विक स्तर पर विचार होने लगा। उन्होंने कहा कि कालेधन का सबसे बडा स्राेत माॅरीशस रूट को माना जाता है और उनकी सरकार ने इस पर भी काबू पाने के उपाय किये हैं। इसी के तहत माॅरीशस के साथ हुयी संधि संशोधित की गयी है और अब चरणबद्ध तरीके से नयी संधि लागू की जा रही है। इसके बाद इस रूट से कालेधन का सृजन असंभव हो जायेगा। उन्होंने कहा कि जानबूझकर ऋण नहीं चुकाने वाले और आर्थिक अपराध करने वालों को छोड़ा नहीं जायेगा। देश की जनता को पूरा भरोसा है कि यह काम सिर्फ और सिर्फ मोदी ही कर सकते हैं और जानबूझकर ऋण नहीं चुकाने तथा आर्थिक अपराधियों को कानून की ताकत दिखाई जाएगी। 

कोई टिप्पणी नहीं: