अकरा 13 जून, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी आज यहाँ घाना के अपने समकक्ष द्रामनि महामा के साथ बातचीत करेंगे जिसके बाद दोनों देशों के बीच कई अनुबंधों पर हस्ताक्षर किये जाने की संभावना है। तीन अफ्रीकी देशों की यात्रा के पहले चरण में राष्ट्रपति रविवार को यहाँ पहुँचे। इसके बाद वह कोट डी आयवरी एवं नामीबिया जाएँगे। श्री मुखर्जी पहले श्री महामा से मिलेंगे जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता होगी। दोनों देशों के बीच संयुक्त आयोग के गठन तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के नवीकरण संबंधी अनुबंधों पर आज हस्ताक्षर होने की संभावना है। राष्ट्रपति ने कल अपने संबोधन में घाना को आश्वासन दिया था कि भारत विकास की उसकी यात्रा में हरसंभव मदद करेगा।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत और अफ्रीका को सही स्थान देने और आतंकवाद की समस्या को हल करने के लिए एकसाथ काम करने पर भी जोर दिया था। श्री मुखर्जी ने कहा कि भारतीय कंपानियाँ घाना में निवेश करने के लिए तैयार हैं। दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश में सतत वृद्धि हुई है। घाना में भारत का निवेश अब तक बढ़कर एक अरब डॉलर पर तथा द्विपक्षीय व्यापार तीन अरब डॉलर तक पहुँच गया है। प्रवासी भारतीयों एवं पेशेवरों ने सूचना प्रोद्यौगिकी, फार्मास्यूटिकल्स एवं अन्य क्षेत्रों में निवेश किया है। द्विपक्षीय व्यापार लगभग तीन गुना बढ़ा है। घाना का मुख्य व्यापार सोने का निर्यात है और यह कुल व्यापार का करीब 80 प्रतिशत है। घाना के सोने की भारत में काफी माँग है। वहीं, घाना को भारत का निर्यात करीब 70 करोड़ डॉलर का है जिसमें मुख्यत: फार्मा, प्लास्टिक, इस्पात, टेक्सटाइल आदि उत्पादके अलावा चावल एवं गेहूँ जैसे अनाज शामिल हैं। श्री मुखर्जी यूनिवर्सिटी ऑफ घाना में संयुक्त बिजनेस फोरम को भी संबोधित करेंगे तथा भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान श्री मुखर्जी भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद द्वारा उपहार में दी गयी महात्मा गाँधी की मूर्ति का अनावरण करेंगे तथा राष्ट्रपति भवन में वृक्षारोपण भी करेंगे। वह घाना के प्रथम राष्ट्रपति क्वामे क्रुमाह की समाधि पर श्रद्धाँजलि भी अर्पित करेंगे। इसके अलावा राष्ट्रपति भारत की मदद से 28.6 लाख डॉलर में तैयार भारत-घाना कोफी अन्नान केंद्र का दौरा करेंगे। इस दौरान वह भारतीय मूल के लोगाें से मुलाकात भी करेंगे।

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