पटना,05 जून, जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पार्टी की सदस्यता अभियान की शुरुआत की । श्री कुमार ने यहां पार्टी प्रदेश कार्यालय में जदयू के राष्ट्रव्यापी सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए पटना के दीघा विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को सदस्य बनाकर स्वयं पार्टी के सक्रिय सदस्य भी बने । पार्टी का पदाधिकारी बनने के लिए सक्रिय सदस्य बनना अनिवार्य है और इसके लिए पार्टी पदाधिकारी और नेताओं को सक्रिय सदस्य अपने-अपने बूथ पर ही बनवाना है । प्रत्येक मतदान केन्द्र पर दो सक्रिय सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए पार्टी के सभी नेता,पदाधिकारी ,मंत्री और विधायक अपने- अपने क्षेत्र के मतदान केन्द्र पर जाकर 25 लोगों को सदस्य बनाकर सक्रिय सदस्य बनेंगे । प्रदेश में करीब 62 हजार मतदान केन्द्रों पर पार्टी के 50 लाख से अधिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। पहले ही दिन आज 25 लाख सदस्य बनाये जायेंगे । सदस्यता अभियान 30 जून तक चलेगा ।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव सदस्यता अभियान के लिए मधेपुरा जिले में हैं और इसी कम में पार्टी के सभी मंत्री और विधायक जिस विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुये हैं , वहां के लोगों को पार्टी का सदस्य बनायेंगे । उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान आज से तेजी से शुरु हुआ है जो 30 जून तक चलेगा । श्री कुमार ने उत्तर प्रदेश में मथुरा के जवाहरबाग की घटना पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि एक पार्क पर कैसे कब्जा किया गया और मीडिया से कब्जा करने वालों की मांग की जानकारी मिली । पार्क में कब्जा करना और इतने दिनों तक हथियार जमा किया जाना बड़ा आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा कि पहले ही कार्रवाई करनी चाहिए थी । मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की इंटरमीडियेट की परीक्षा में हुयी गड़बड़ी की जांच करायी जा रही है और शिक्षा विभाग पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है । इसमें शामिल लोगों की जिम्मेवारी तय की जायेगी और दोषी पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी ।
श्री कुमार ने कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद से पूरे देश में इस तरह की मांग हो रही है । सामाजिक संगठनों के साथ-साथ महिलाओं की ओर से भी कई राज्यों में शराब बंद करने की मांग उठ रही है। उन्होंने कहा कि जब से बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू की गयी है उसकी बाद से एक न्या उत्साह लोगों में जगा है । मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश,राजस्थान और महाराष्ट्र में पूर्ण शराबबंदी को लेकर अभियान चल रहा है । इस संबंध में इन राज्यों से उन्हें पत्र भी भेजे गये हैं । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गुजरात में मुख्यमंत्री थे, उससे पहले से ही वहां शराबबंदी लागू है और उन्होंने शराबबंदी को जारी रखा । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों में तत्काल पूर्ण शराबबंदी लागू करना चाहिए और इससे इसके लिए वातावरण बनेगा । श्री कुमार ने कहा कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने इसके लिए कदम उठाया है जिसका वहां के सभी दलों ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद से यह साबित हो गया है कि सामाजिक बुराई को समाप्त करने के लिए यह त्याग नहीं बल्कि समय की मांग है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि सरकार को राजस्व की हानि होती है और 15 हजार करोड़ रुपये लोगों का बचता है तो उस धन को लोग स्वास्थ्य, शिक्षा,वस्त्र,आहार और अन्य बेहतर क्षेत्रों में लगायेंगे । इससे बाजार भी फैलेगा और सरकार को अप्रत्क्ष कर की प्राप्ति होगी । उन्होंने कहा कि यह नुकसान नहीं बल्कि जनता के हित में निर्णय है । श्री कुमार ने कहा कि आने वाली पीढ़ी का भविष्य बेहतर होगा । शराब पीने वाले भी अब यह मान रहे हैं और अधिकांश लोग इसके हिमायती हैं । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को लोगों के मनोभाव को समझते हुए भाजपा शासित राज्यों में शराबबंदी लागू करने को कहना चाहिए । मुख्यमंत्री श्री कुमार ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से उन्हें एक आवास मिला है जबकि मुख्यमंत्री का सरकारी आवास एक अणे मार्ग है । उन्होंने स्पष्ट किया कि एक अणे मार्ग एक व्यक्ति का आवास नहीं बल्कि संवैधानिक पद के रुप में मुख्यमंत्री का सरकारी आवास है । श्री कुमार ने भाजपा विधान मंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पटना में उनका निजी आवास हैं तो उन्हें पोलो रोड स्थित सरकारी आवास में रहने की क्या आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि सरकारी आवास उनके लिए है जिनका पटना में अपना घर नहीं है । उन्होंने जोर देकर कहा कि पटना में उनका कोई निजी आवास नहीं है ।

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