रांची 11 जून, झारखण्ड विकास मोर्चा(प्रजातांत्रिक) के आह्वान पर राज्य में दो दिवसीय आर्थिक नाकेबंदी के पहले दिन आज राज्य में आंशिक असर दिखाई पड़ा। राज्य पुलिस मुख्यालय सूत्रों ने यहां बताया कि आज नाकेबंदी के दौरान कही से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है1 हालांकि झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने राज्यभर में नाकेबंदी को पूरी तरह सफल बताया है1 झाविमो और झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता जैसे ही सड़क पर उतरे, पुलिस ने सबको हिरासत में ले लिया। डालटनगंज से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आर्थिक नाकेबंदी के पूर्व रात्रि में ही डालटनगंज की शहर थाना की पुलिस ने झाविमो जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता और पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रभात भुईयां को हिरासत में ले लिया। इसके बावजूद झाविमो और झामुमो के नेताओं ने चियांकी में सड़क जाम करने की कोशिश की लेकिन प्रशासनिक तैयारी के आगे वे टिक नहीं सके। चियांकी के पास से करीब तीन दर्जन झाविमो नेताओ-कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।
दूसरी तरफ झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजेन्द्र सिन्हा के नेतृत्व में पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता नाकेबंदी को असरदार बनाने के लिए सड़क पर उतरे, लेकिन उन्हें भी पुलिस ने तुरंत हिरासत में ले लिया।झामुमो के जिन नेताओं को पलामू जिले में हिरासत में लिया गया उनमें जिला अध्यक्ष राजेन्द्र सिन्हा के अलावा राजमनी मेहता, बीरेन्द्र पासवान, कृष्णा ठाकुर, संजीव तिवारी, मनोज सहाय, बीरेन्द्र प्रसाद, बीरेन्द्र कुमार, कमाल खां, सुनील ओझा प्रमुख रूप से शामिल हैं। झाविमो की ओर से जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता और प्रभात भुईयां के अलावा राजन मेहता, मुरारी पाण्डेय, संजर नवाज, विजय सिन्हा, दिलीप शुक्ला, आशीष कुमार और निर्मला देवी सहित कई लोगों को हिरासत में लिया गया।

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