पूर्णियां , 13 जून, हार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीमांचल को बड़ा तोहफा देते हुए पूर्णियां में जल्द ही नया विश्वविद्यालय खोले जाने की आज घोषणा की। श्री कुमार ने यहां पूर्णियाँ प्रमंडल के जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान सभी जन प्रतिनिधियों ने एक स्वर से पूर्णिया में विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग की गई । उन्होंने बैठक में विश्वविद्यालय के स्थापना की घोषणा करते हुए कहा कि इसके लिए कानूनी आवश्यकता पड़ने पर विधानसभा के आगामी सत्र में विधेयक पारित किया जायगा। उन्होंने स्थानीय जन प्रतिनिधियों एवं पूर्णिया जिला प्रशासन को भूमि चिन्हित करने हेतु कार्रवाई करने को कहा। प्रमंडल के स्थानीय जन प्रतिनिधियों की बैठक में सभी उपस्थित प्रतिनिधियों ने बारी- बारी से अपने क्षेत्र से संबंधित समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। सभी जन प्रतिनिधियों द्वारा अपने क्षेत्र से संबंधित समस्या की लिखित सूची भी हस्तगत कराई गई। उन्होंने कहा कि सभी जन प्रतिनिधियों की समस्याओं पर उपयुक्त कार्रवाई की जायेगी तथा संबंधित जन प्रतनिधियों को इससे अवगत कराया जायेगा।
श्री कुमार ने कहा कि पूर्णिया प्रमंडल में सर्वाधिक मदरसे हैं इसलिए मदरसा शिक्षा बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय पूर्णिया में खोला जाएगा तथा मदरसा शिक्षा बोर्ड की बैठक बारी-बारी से पटना एवं पूर्णिया में आयोजित की जायगी। कुछ प्रतिनिधियों की शिकायत पर उन्होंने प्रमंडल के सभी जिलों में पदस्थापित सभी पदाधिकारियों (पुलिस पदाधिकारियों सहित) के विगत वर्षो के पदस्थापन की विवरणी तैयार करने को कहा। यदि कोई पदाधिकारी लगातार इसी क्षेत्र में एक जिला से दूसरे जिला में पदस्थापित रहा होगा तो वैसे पदाधिकारियों को चिन्हित कर उनका स्थानांतरण दूरस्थ जिलों में किया जायगा। बैठक में प्रमंडल के जन प्रतिनिधियों के साथ ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, निबंधन, उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान, कृषि मंत्री रामविचार राय, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री अवधेश कुमार सिंह, मुख्य सचिव अंजनी कमुार सिंह, पुलिस महानिदेशक पी0के0 ठाकुर समेत विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव/सचिव उपस्थित थे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने जीविका की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जीविका से जुड़ी महिलाओं की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि इन महिलाओं द्वारा स्वयं सहायता समूह के गठन से पूरे बिहार में नारी सशक्तिकरण को बल मिला है। महिलाओं में बचत की प्रवृत्ति बढ़ी है , उनमें आत्मबल में वृद्धि हुई है और वे आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से अग्रसर हैं। उन्होंने महिलाओं के समर्थन के बलबूते ही उनकी सरकार ने पूरे प्रदेश में सफलतापूर्वक शराबबंदी लागू की है। श्री कुमार ने शराबबंदी की चर्चा करते हुए कहा कि आज बिहार में शराबबंदी की चर्चा प्रदेश से अधिक देश के अन्य राज्यों में हो रही है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य के सभी क्षेत्रों में विकास कार्यो को नया आयाम देने का काम किया है। सड़के बन रही है , विद्यालय के भवन बन रहे हैं , पुल-पुलियों और स्वच्छता के लिए शौचालय का निर्माण हो रहा है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने पूर्णियां की नौ आदिवासी महिलाओं को सम्मानित किया जिन्होंने शराबबंदी लागू होने के बाद अपने पुस्तैनी धंधे शराब की बिक्री को छोड़ दिया है।

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