लखनऊ, 16 जून, कांग्रेस महासचिव और पार्टी मामलों के उत्तर प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने आज संकेत दिया कि विधानसभा चुनाव के पहले राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष हो सकते हैं। प्रभारी बनने के बाद पहली बार यहां आए श्री आजाद ने संवाददाताओं से कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी उनके नेता हैं, राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बनेंगे। श्रीमती गांधी विधानसभा चुनाव में प्रचार करेंगी, चाहे वह तब तक अध्यक्ष रहें या न रहें। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को कार्यकर्ता अमेठी और रायबरेली से बाहर निकलकर भी प्रचार करने की मांग कर रहे हैं। उनका भी आग्रह है कि प्रियंका अन्य क्षेत्रों में भी पार्टी के प्रचार के लिए बाहर निकलें।
भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पर हमला बोलते हुए श्री आजाद ने कहा कि सत्तारुढ होने के बावजूद भाजपा साम्प्रदायिकता भडका रही है। राज्यसभा में डेढ साल में तीन बार साम्प्रदायिकता पर बहस हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीनों बार अनुपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके अनुषांगिक संगठनों के नेताओं के भडकाऊ बयान पर रोक नहीं लगाने की वजह से लगता है कि साम्प्रदायिकता भाजपा की “ स्टेट पालिसी ” बन गयी है। उन्होंने कहा कि इस बार राज्य विधानसभा का चुनाव साम्प्रदायिकता बनाम गैर साम्प्रदायिकता मुद्दे पर लडा जाएगा। उन्होंने उम्मीद जतायी कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में फिर से सत्ता में आएगी। उनका कहना था कि आपातकाल के बाद कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश से वापसी शुरु की थी और इस बार उत्तर प्रदेश से सत्ता में वापसी होगी। उन्होंने कहा कि कैराना और कांधला के जरिये लोगों को बांटने की साजिश की जा रही है। हालांकि मीडिया ने इसका खुलासा कर दिया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा इस मामले को भडका रही है। भाजपा की इलाहाबाद में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चिंगारी को भडकाने के लिए मिट्टी का तेल डालने का काम किया गया है। उन्होंने मोदी सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद पर अभी भी निर्मल खत्री हैं। उन्हें हटाया नहीं गया है। बीमारी की वजह से वह आज बैठक और प्रेस कांफ्रेंस में नहीं आ सके। इससे पहले श्री आजाद ने पार्टी पदाधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापस आना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से साम्प्रदायिकता के खिलाफ हर मोर्चे पर “ लोहा ” लेने का आह्वान किया।

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