राज्य स्तरीय टेबुल टेनिस प्रतियोगिता का आयोजन शुरू
सहरसा। सहरसा में पहलीवार राज्यस्तरीय टेबुल टेनिस प्रतियोगिता 2016 का आयोजन शुरू हुआ। स्थानीय इंडोर स्टेडियम में जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ,पुलिस अधीक्षक अश्वनी कुमार व पूर्व भाजपा बिधायक डॉ आलोक रंजन ने दीप प्रज्वलित कर चार दिवसीय खेल प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया। इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए टेबल टेनिस संघ के अध्यक्ष डॉ आलोक रंजन ने कहा कि सहरसा में पहली बार आयोजित हो रहे प्रतियोगिता में जिलाधिकारी का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है और सहरसा में इस तरह का आयोजन सबके सहयोग से आगे भी होता रहेगा। उन्होंने कहा की प्रतियोगिता के आयोजन से सहरसा भी खेल का माहौल बनेगा। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को शुभकामना देते हुए उन्हें खेल भावना बरकरार रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा की आगे भी सहरसा में इस तरह के राज्यस्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन करने का प्रयास जारी रहेगा। खेल शुरू होने से पूर्व डीएम,एसपी.ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनकी होसला अफजाई की। आगामी 13 जून तक चलने वाले राज्य स्तरीय टेबुल टेनिस प्रतियोगिता विजेता व उपविजेता खिलाड़ियों को शील्ड व प्रमाणपत्र दिया जायेगा। इस मौके पर एडीएम उदय कृष्ण, ओएसडी अनिल कुमार पाण्डेय,एसडीओ मो जहांगीर आलम, प्राचार्य पीसी खां,डॉ के के झा , डॉ एसपी झा ,डॉ केसी झा,डॉ इस के अनुज,अर्जुन दहलान,अभिजीत आनंद,बब्बू सर ,सहित अन्य मौजूद थे।कार्यक्रम का संचालन रोशन सिंह धोनी ने किया.
महाराणा प्रताप और अकबर की लड़ाई की स्वतंत्रता व साम्राज्यवाद के बीच : चेतन
सहरसा। आगामी 19 जून को एमएलटी काॅलेेज में आयोजित होने वाले विराट स्मृति समारोह की तैयारी जोरों पर है। शहर के नया बाजार में छात्र हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष चेतन आनंद ने कहा कि महराणा प्रताप ने सम्मान से सर ऊंचाकर जीना सिखाया है। बूरे वक्त में अगर भामा साह नहीं होे तो शायद वो चित्तौड़ की आजादी के लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाते। प्रताप और अकबर की लड़ाई हिन्दू और मुस्लिम की लड़ाई नहीं वल्कि स्वतंत्रता व साम्राज्यवाद के बीच थी। अकबर का सेनापति मानसिंह था तो प्रताप का हसीम खान सूरी। युद्ध का सेनानायक भील नौजवान राणा पूंजा थे। उनके लिए आत्मबलिदान करने वाले झाला सरदार आदिवासी थे। जानकारी हो कि एमएलटी कालेज में महाराणा प्रताप व उनके सहयोगियों के शहादत की याद में विराट स्मृति सभा का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देष व राज्य स्तर के अनेक राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता भाग लेंगे। कार्यक्रम की सफलता को लेकर जिले में कई जगहों पर नुक्कड़ सभा का आयोजन कर लोगों को सभा में भाग लेने का आमंत्रण दिया जा रहा है।
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