विजेंदर के ओलंपिक में उतरने को लेकर तकनीकी पेच - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 11 जून 2016

विजेंदर के ओलंपिक में उतरने को लेकर तकनीकी पेच

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नयी दिल्ली, 10 जून, प्रो मुक्केबाजी में धमाल मचा चुके ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह बेशक रियो ओलंपिक में उतरने के लिये कोशिश करने की बात कह रहे हैं तो वहीं राष्ट्रीय मुक्केबाजी कोच गुरबक्श सिंह संधू का मानना है कि इसमें अभी तकनीकी पेच है। संधू ने शुक्रवार को यहां आईबा प्रो बॉक्सिंग (एपीबी) फाइट के मुकाबलों की घोषणा के अवसर पर संवाददाताओं से कहा, “विजेंदर ने निश्चित रूप से एमेच्योर के रूप में और फिर प्रो मुक्केबाज के रूप में भारतीय मुक्केबाजी को नई ऊंचाइयां दी हैं लेकिन जहां तक रियो ओलंपिक में उतरने की बात है तो उसमें कहीं न कहीं तकनीकी पेच फंस सकता है।” राष्ट्रीय कोच ने कहा, “विजेंदर को पहले देश में मुक्केबाजी देख रही तदर्थ समिति के साथ खुद काे पंजीकृत कराना होगा और फिर ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करना होगा। अभी इसे 50-50 की स्थिति कहा जा सकता है और मेरे लिये भी यह कहना उचित नहीं होगा कि विजेन्दर ओलंपिक में खेल पायेंगे या नहीं।” प्रो मुक्केबाजों को ओलंपिक में खेलने के लिये अब राष्ट्रीय मुक्केबाजी संस्था आईबा ने हाल ही में अपनी अनुमति प्रदान की थी जिसके बाद विजेंदर ने इच्छा जताई है कि वह रियो ओलंपिक में खेलना चाहते हैं लेकिन विजेंदर के प्रमोटर का कहना है कि विजेंदर के लिये यह कर पाना अभी संभव नहीं होगा।

संधू ने भी कहा, “विजेंदर को यह भी देखना होगा कि उनके प्रमोटर क्या उन्हें ओलंपिक में उतरने की अनुमति देते हैं। इस मामले में कई तकनीकी पेच हैं और आने वाले कुछ समय में ही इस बारे में स्थिति साफ हो पायेगी।” भारतीय मुक्केबाजी की मौजूदा हालत को बेहद दयनीय बताते हुये संधू ने कहा, “घर में जब लड़ाई शुरू हो जाये तो कुदरती है कि अाप कमजोर हो जायेंगे। भारतीय मुक्केबाजी के साथ ऐसा ही हाे रहा है। अंदरुनी कलह ने उसे बेहद कमजोर कर डाला है।” राष्ट्रीय कोच ने साथ ही कहा, “2012 लंदन ओलंपिक से पहले हम एशिया में नंबर वन थे। हमारी मुक्केबाजी का स्तर ऊपर जा रहा था। दूसरे देशों के मुक्केबाज भी हमें सम्मान की नज़र से देख रहे थे लेकिन अंदरुनी झगड़े के कारण हम आज कहीं नहीं हैं। मैं अपील करता हूं कि यह कलह बंद करो, एक साथ मिलकर काम करो तभी जाकर हमारी मुक्केबाजी पटरी पर लाैट पायेगी।” इस बीच आईबा प्रो बॉक्सिंग नाइट को आयोजित कर रहे शैल ग्रुप ऑफ कंपनीज़ के अध्यक्ष रोहित जैनेन्द्र जैन ने कहा, “भारतीय मुक्केबाजी इस समय खराब स्थिति में है और इस एपीबी की नाइट से भारतीय मुक्केबाजी को फिर से नया जीवन मिलेगा।” दिल्ली एमेच्योर मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष जैन को उम्मीद है कि आईबा और आईओए के समर्थन से भारतीय मुक्केबाजी महासंघ का जल्द ही गठन किया जायेगा जिसके चुनाव जल्द ही होने हैं। उन्होंने संकेत दिया कि वह नयी संस्था के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने को तैयार हैं अौर यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भारतीय मुक्केबाज रियो ओलंपिक में तिरंगे के तले खेलें अौर देश के लिये पदक जीतें।

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