नयी दिल्ली,27जून, जम्मू कश्मीर के पम्पोर में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) पर हुए आतंकवादी हमले के पीछे सुरक्षा चूक की आशंका जताए जाने के गृहमंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के बयानों के बीच सीआरपीएफ के महानिदेशक के दुर्गा प्रसाद ने आज कहा कि इसमें कोई सुरक्षा चूक नहीं हुई थी और सभी सुरक्षा प्रक्रियाओं(एसओपी) का पूरी तरह पालन किया गया था। श्री प्रसाद ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह श्री सिंह या श्री पर्रिकर के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते लेकिन जहां तक सुरक्षा चूक का सवाल है ऐसा कुछ नहीं हुआ। अक्सर खुफिया एजेसिंयों से आतंकी हमले के खतरे की पूर्व सूचना मिलती है लेकिन पम्पोर के मामले में एेसी कोई सूचना नहीं थी।
उन्होंने कहा कि वह अपने अधिकारियों के साथ घटना स्थल का जायजा लेने कल पम्पोर जाएंगे। घटना की जांच हो रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही इसके बारें में विस्तार से कुछ कहा जा सकेगा। इस सवाल पर कि संख्या बल में ज्यादा होने के बावजूद जवान दो आतंकवादियों का सामना क्यों नहीं कर पाए ,सीआरपीएफ के महानिदेशक ने कहा कि आतंकवादी बस के सामने से आए थे। उन्होंने बस के टायरों को गोली मारकर पंचर कर दिया था और उसके इर्द गिर्द घूमते हुए बस पर अंधाधुंध गोलियां बरसाते गए। बस के अंदर मौजूद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की,लेकिन आतंकवादियों के बस की आड़ लेकर फायरिंग करने से बस के अदंर मौजूद जवान उनकी गतिविधियों का अंदाजा नहीं लगा सके जिसकी वजह से ‘हमें ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा’। आतंकवादियों को मोबाइल पिकेट की ओर से मार गिराया गया। उन्होंने कहा कि इस घटना से यह जरुर महसूस किया जा रहा है कि सुरक्षा व्यवस्था और चाक चौबंद करने की जरुरत है। आतंकवादियों के भारी मात्रा में हथियार लेकर गाड़ी से आना इस बात का इशारा करता है कि घाटी में वाहनों की जांच में सख्ती बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ अपने जवानों के लिए बुलेट प्रूफ वाहन खरीदने की तैयारी कर रहा है। केन्द्र को इसके लिए आवेदन भेजा चुका है।

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