सचिवों की सेवाएं समाप्ति के निर्देश
जिले की पंचायतों में पदस्थ ऐसे सचिव जिनसे शासकीय राशि की वसूली की जानी है उन सभी की सेवाएं समाप्त कर राशि वसूलने की कार्यवाही करने के निर्देश आज कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि यदि बकाया राशि जमा करने में आनाकानी करते है तो उनके खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज कराया जाए।
विभागीय जांच
कलेक्टर श्री ओझा ने बताया कि कुरवाई एवं लटेरी के तत्कालीन जनपद सीईओ के खिलाफ विभागीय जांच (डीई) और एफआईआर दर्ज करने के निर्देश संबंधित एसडीएम को दिए गए है। ज्ञातव्य हो कि कुरवाई जनपद पंचायत की तत्कालीन सीईओ श्रीमती सुमन खातरकर और लटेरी के जनपद सीईओ श्री आरके मण्डल के द्वारा स्थानांतरण होने के बावजूद समग्र स्वच्छता अभियान के तहत हितग्राहियों को लगभग 70-80 लाख रूपए की राशि जारी की गई है जिसकी विभागीय जांच प्रस्तावित की गई है। कलेक्टर श्री ओझा ने बताया कि ग्रामीण विकास के प्रमुख सचिव के द्वारा व्हीसी में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में समस्त एसडीएम जांच पड़ताल कर यह सुनिश्चित करें कि कितने पंचायत सचिव आयोग्य घोषित किए जा सकते है कि सूची तैयार कर कार्यवाही करते हुए जिला कार्यालय को जानकारी उपलब्ध कराएं। कलेक्टर श्री ओझा ने आज टीएल बैठक में आधार पंजीयन, छात्रवृत्ति, पेंशन वितरण, जाति प्रमाण पत्र की समीक्षा की। उन्होंने ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के दौरान बीपीएल सूची में नाम काटने का सत्यापन बी-वन सूची से परीक्षण कर नाम हटाने की कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होेंने एसडीएम और तहसीलदारों से कहा कि एक सप्ताह में परीक्षण कर आगामी टीएल बैठक में सूची सहित उपस्थित हों। ग्रामोदय अभियान के दौरान लाड़ली लक्ष्मी योजना अंतर्गत 628 को लाभांवित किया गया है वही श्रम विभाग द्वारा 868 मजदूरों का पंजीयन किया गया है। मध्यप्रदेश आजीविका मिशन के तहत 347 नए स्वसहायता समूहों का गठन किया गया है। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि प्रत्येक विकासखण्ड में 15-15 नई जल संरचनाओं का निर्माण कराया जाना है इसके लिए आवश्यक प्राक्कलन तैयार किए जा चुके है स्वीकृति उपरांत कार्यो को प्रारंभ करें। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि सीमांकन के जितने भी आवेदन तहसीलों में प्राप्त हुए है उन पर शीघ्रतिशीघ्र कार्यवाही की जाए। वर्षाकाल के पूर्व उक्त कार्य को पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि अखबारों एवं अन्य के माध्यम से जानकारियों मंें लाया जा रहा है कि सिरोंज और लटेरी के स्कूलांें में मध्यान्ह भोजन का वितरण नही किया जा रहा है कि जांच कर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश डीपीसी को दिए। उन्होंने बासौदा के ग्राम नौघई के स्कूल तक पहंुच मार्ग के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता से शीघ्रतिशीघ्र पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार स्कूल शिक्षा विभाग में अनुकम्पा के 25 प्रकरणों पर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
बैठक में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की समुचित जानकारी पावर प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रस्तुत की गई। जिसमें बताया गया कि जिले के सभी किसानों का शत प्रतिशत बीमा कराया जाना आवश्यक है। अऋणी किसानों का भी बीमा किया जाएगा। बीमा किश्त की राशि बैंकों के माध्यम से 16 अगस्त तक बीमा कंपनी को जमा करना अनिवार्य किया गया है। सभी किसानों को बीमा संबंधी फार्म कृषि विभाग के द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराएं जाएंगे। कलेक्टर श्री ओझा ने पर्याप्त मात्रा में बीमा फार्म तहसीलदारों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
चेक वितरण
कलेक्टर श्री ओझा ने बैंकों की ऋण वसूली में उल्लेखनीय कार्य करने पर व्रिस्क राशि के के चेक विदिशा तहसीलदार श्रीमती सरोज अग्निवंशी को 26 हजार और श्री उदयनारायण सोनी को 21 हजार रूपए का चेक प्रदाय किया गया। बैठक में मुख्यमंत्री हेल्प लाइन, मानव अधिकार आयोग, पीजी सेल, समाधान आॅन लाइन और जन शिकायत निवारण के प्राप्त आवेदनों के साथ-साथ पेपर कंटिग पर अब तक संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाहियों की बिन्दुवार जानकारियां प्रस्तुत की। कलेक्टेªट के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया समेत समस्त एसडीएम, जनपद सीईओ और जिलाधिकारी मौजूद थे।
आपदा प्रबंधन, पूर्व तैयारियों की बैठक सम्पन्न
वर्षाकाल के दौरान जिले में किसी भी प्रकार की क्षति ना हो इसके लिए किए जाने वाले प्रबंधनों पर आज विचार विमर्श किया गया। कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में आहूत इस बैठक में समस्त एसडीएम, जनपदों के सीईओ एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टेªट सभाकक्ष में हुई इस बैठक में डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेट होमगार्ड श्री सुनीत मिश्रा ने पावर प्रेजेन्टेशन के माध्यम से बाढ़ आपदा प्रबंधन पर आधारित महत्वपूर्ण जानकारियां एवं पूर्व तैयारियों और राहत बचाव के कार्यो को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हर विभाग को अपनी-अपनी कार्ययोजना तैयार कर इसकी प्रति उपलब्ध कराने के निर्देश पूर्व में प्रसारित किए गए है जिसमें मुख्य रूप से नोड्ल अधिकारी एवं उसके सहायक का नाम एवं सम्पर्क नम्बर, बाढ़ आपदा प्रबंधन के संबंध में बचाव स्त्रोतों की जानकारी दी जानी है। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की बैठक समस्त एसडीएम अपने स्तर पर आहूत कर स्थानीय स्तर पर किए जाने वालीे प्रबंधनों की सूची संधारित करें। इस दौरान बाढ़ के प्रकार, बाढ़ से खतरा, बाढ़ के प्रभाव, बाढ़ के दुष्परिणामों को बढाने वाले कारक तैयार योजना, पूर्व चेतावनी तंत्र, निर्धारित स्थलों की तैयारियां, बाढ़ के पहले की तैयारी, आपातकालीन वस्तुएं, बाढ़ के दौरान त्वरित किए जाने वाले कार्य, प्रभावितों को राहत शिविरों में ठहराने के प्रबंध, बाढ़ संबंधी चेतावनी देने, चेतावनी के उपरांत किए जाने वाले कार्य, पानी में डूबे व्यक्ति की सहायता, बाढ़ के बाद सामान्य जनजीवन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि प्रत्येक तहसील में विभाग के माध्यम से चार-चार गोताखोर, लाइफ जैकेट, नाव मुहैया कराई गई है। उन्होंने स्थानीय स्थल के गोताखोरो की सूची तैयार कर एक प्रति होमगार्ड कार्यालय को उपलब्ध कराने का आग्रह किया। बाढ़ पूर्व तैयारियों के संबंध में की जाने वाली कार्यवाही, बाढ़ के दौरान राहत एवं बचाव कार्यो की चेकलिस्ट भी सभी अधिकारियों को प्रदाय की गई। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिले में जो भी जलाश्य, नदियां है जिनके माध्यम से वर्षारूपी जल बस्तियों, शहर में भरता है का चिन्हांकन पूर्व में किया जा चुका है। इसके अलावा और नए क्षेत्रों में जलभराव की संभावना हो तो उसकी सूची तैयार की जाए। वर्षाकाल के दौरान स्थानीय एसडीएम, तहसीलदार सतर्क रहें और जिला कार्यालय, राज्य के बाढ़ आपदा कंट्रोल रूम से सतत सम्पर्क बनाए रखें। बांधो का पानी छोड़ने से पूर्व संबंधित क्षेत्रों के रहवासियों को चेतावनी दी जाए। बाढ़ के दौरान किसी भी प्रकार से जनहानि ना हो के प्रबंध पूर्व में सुनिश्चित किए जाए। इसी प्रकार पशु हानि भी ना हो पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित कराए जाने पर उन्होंने बल दिया। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिन विभागोें की सड़कों पर पुल-पुलिया है कि सूची तैयार की जाए और बाढ़ से प्रभावित होने वाली पुल-पुलियों पर बेरीकेट् लगाने और चैकीदार तैनात करने की जबावदेंही संबंधित विभाग की होगी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम का गठन किया जाता है ठीक वैसे ही तहसील स्तरों पर कार्यवाही की जाए। उन्होंने तहसीलों पर स्थापित वर्षामापी यंत्रो की जानकारियां प्राप्त की। उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावितों को जिन राहत शिविरों में रखा जाएगा की सूची पूर्व में तैयार करने और राहत शिविरों में तमाम बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति कराए जाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री ओझा ने बताया कि प्रदेश स्तर पर होमगार्ड का टोल फ्री नम्बर 1079 पर अथवा भोपाल के कंट्रोल रूम 0755-2555922, 4236300, 4246300 पर सतत सम्पर्क बनाए रखे। उन्होंने कहा कि भोपाल क जलाश्य, तालाबों से छोडा जाने वाला पानी जिले की नदियों के माध्यम से प्रभावित होता है। इसलिए पूर्व उल्लेखित नम्बरांे से जानकारी प्राप्त करें कि कब-कब पानी छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि अफवाहों पर ध्यान ना दें। क्षेत्र के कोटवारों सहित अन्य शासकीय अमले को प्रशिक्षित किया जाए और उनके सम्पर्क नम्बरों की सूची तैयार की जाए।
तैयारियों संबंधी बैठक आज
मानोरा मेला की तैयारियों के परिपेक्ष्य में नौ जून को मानोरा में बैठक आहूत की गई है यह बैठक मानोरा के पंचायत भवन में दोपहर तीन बजे से प्रारंभ होगी। संबंधितों को समुचित जानकारियों सहित उक्त बैठक में उपस्थित होने के निर्देश प्रसारित किए गए है।
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न
कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में आज सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न हुई। उनके चेम्बर में आहूत की गई उक्त बैठक में नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, व्यापार महासंघ के अध्यक्ष श्री मुन्ना भैया जैन के अलावा अन्य प्रतिनिधिगण तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि शहर में यातायात सुव्यवस्थित रूप से हो सकें इसके लिए चिन्हित स्थलों पर पार्किंग की व्यवस्था, अहमदपुर रोड़ पर एक पृथक से बस स्टेण्ड बनाए जाने के अलावा किन बिन्दुओं पर विचार विमर्श किया गया उनमें स्कूली वाहनों के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन, विदिशा, सांची मार्ग पर संचालित क्रूजर, जीप, मैक्सी कैब के ओव्हरलोडिंग पर नियंत्रण, विदिशा नगर में सिटी बस का संचालन करने, टेªक्टर, ट्राली, डम्पर पर रेडियम रिफलेक्टर लगाने, वर्षा पूर्व नदी नालो पर एवं निर्माणाधीन सड़कों पर खतरे के संकेतक लगाने इत्यादि प्रमुख है।
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