पटना, 08 जून। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राज्य कार्यकारिणी समिति की ओर से निम्नलिखित बयान कला महाविद्यालय से संबंधित छात्र आंदोलन के प्रसंग में जारी किया गया है, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कला महाविद्यालय के छात्रों के आन्दोलन का दमन करने और छात्रों को गिरफ्तार करने की निंदा करती है।
कला महाविद्यालय के भ्रष्ट और अयोग्य प्रभारी प्रधानाचार्य को हटाने और निर्दोष छात्रों का निलंबन वापस कराने के लिए वहां के छात्र आंदोलन कर रहे हैं। पटना विष्वविद्यालय के कुलपति ने छात्रों के खिलाफ प्रभारी प्रधानाचार्य का पक्ष लिया है। पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया और अनेक छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं इस तरह की दमनात्मक कार्रवाइयों से प्रधानाचार्य के भ्रष्टाचार ओर दुराचार को बल मिलता है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी इस तरह की हरकतों का विरोध करते हुए तय करती है कि 10 जून को राज्यव्यापी प्रतिरोध दिवस मनाया जाए, जिसमें पुलिस दमन का विरोध और कला महाविद्यालय कोे प्रधानाचार्य को हटाने की आवाज उठायी जाए। पार्टी तमाम जनतांत्रिक और वामपंथी संगठनों से अपील करती है कि वे इस कार्रवाई का समर्थन करने को आगे आऐं और प्रतिरोध कार्रवाई में शामिल हों।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मांग करती है कि:-
निर्दोष छात्रों को अविलंब बिना शत्र्त रिहा किया जाए और उन पर से सभी झूठे मुकदमे वापस लिया जाएं।
भ्रष्ट एवं दुराचारी प्राचार्य को बर्खास्त किया जाए। छात्रों का निलंबन वापस लिया जाए। छात्रों पर लाठीचार्य करने और उन्हें आतंकित करने वाले पुलिस प्रषासनिक एवं विष्वविद्यालय अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। परीक्षा तिथियों का पुननिर्धारण कर परीक्षा से वंचित छात्रों को उसमें शामिल होने का अवसर प्रदान किया जाए।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें