स्वास्थ्य कार्यो की समीक्षा बैठक सम्पन्न
अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने आज जिले में संचालित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा की। कलेक्टेªट के सभाकक्ष में हुई इस बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ बीएल आर्य, सिविल सर्जन सह अधीक्षक डाॅ शेखर जालवणकर समेत समस्त बीएमओ मौजूद थे। अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने समस्त बीएमओ को निर्देश दिए कि आगामी पाॅवर प्रेजेन्टेशन स्वंय विकासखण्डवार बना कर लाएंगे। उन्होंने खण्ड स्तरीय रोगी कल्याण समिति की बैठक एसडीएम की अध्यक्षता में आहूत कर बैठक में लिए गए निर्णयों का पालन प्रतिवेदन आगामी बैठक में प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया।अपर कलेक्टर श्रीमती भदौरिया ने स्वास्थ्य कार्यो की उपलब्धियों पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि आगामी बैठक में योजनावार अद्यतन उपलब्धि का पत्रक स्वंय वाचन करेंगे। उन्होंने बीएमओ से मासांत के दौरान किए गए के उल्लेखनीय किसी एक कार्य को रेखांकित करने कहा जिस पर दो बीएमओ के द्वारा ही जानकारियां दी गई। अपर कलेक्टर ने बीएमओ से कहा कि वे स्वंय आत्मलोकन करंे कि शासन उनके वेतन पर जो राशि व्यय कर रही है क्या वे उतना काम, अपने अधीनस्थ अमले से ले रहे है कि नहीं। समीक्षा बैठक में सीमांक संस्थाओं व प्रसव केन्द्रों की क्रियाशीलता की समीक्षा, मातृ एवं शिशु मृत्यु की समीक्षा, जननी एक्सप्रेस, 108, संजीवनी की समीक्षा, एमसीटीएस, टीकाकरण, एसएनसीयू, एनबीएसयू, एनआरसी की समीक्षा, महिला स्वास्थ्य शिविर, रोशनी क्लीनिक की समीक्षा एवं मिशन इन्द्रधनुष पर चर्चा, परिवार कल्याण (प्रेरणा) कार्यक्रम की समीक्षा एवं विश्व जनसंख्या दिवस पर चर्चा, आरबीएसके एवं बाल सुरक्षा माह के क्रियान्वयन, आशा कार्यक्रम, ई-हेल्थ साफ्टवेयर, शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के संचालन की समीक्षा के अलावा वर्षा ऋतु में होने वाली महामारियों के नियंत्रण हेतु की गई तैयारियों की समीक्षा की गई।
दल गठित
कलेक्टर श्री एमबी ओझा के द्वारा जिले में खाद्य पदार्थो के अपमिश्रण एवं गुणवत्ता की जांच हेतु अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया की अध्यक्षता में जिला स्तरीय दल गठित के आदेश जारी कर दिए है। जिला स्तरीय गठित दल में डिप्टी कलेक्टर डाॅ राकेश शर्मा, श्रम पदाधिकारी श्री आरके मिश्रा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री बीके शिरोमणि, नापतौल निरीक्षक श्री एसके बांके और सहायक आपूर्ति अधिकारी श्री राजेश शर्मा को शामिल किया गया है।
आवेदनों पर कार्यवाही का प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश
कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने संबंधित विभागों के जिलाधिकारियों को पत्र प्रेषित कर निर्देशित किया है कि जनसुनवाई कार्यक्रम के अंतर्गत विभागीय आवेदनों के निराकरण पर की गई कार्यवाही का पालन प्रतिवेदन अविलम्ब जिला कार्यालय में जमा कराना सुनिश्चित करते हुए संबंधित आवेदक को उनके आवेदन पर की गई कार्यवाही से भी अवगत कराएं।
आधार नम्बर पोर्टल पर दर्ज कराएं
खाद्य विभाग के आयुक्त ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से निर्देशित किया है कि पात्र हितग्राहियों के आधार नम्बर 30 जून तक अनिवार्यत समग्र पोर्टल पर दर्ज कराने की कार्यवाही पूरी की जाए। जिला आपूर्ति अधिकारी श्री मोहन मारू ने अवगत कराया कि जिले में कुल दो लाख 43 हजार 511 परिवारों में से अब तक एक लाख 33 हजार 418 परिवारों ने ही अपना आधार नम्बर उचित मूल्य की दुकानों में जमा किया गया है शेष परिवारों के परिजनों से उन्होंने अपील की है कि वे नियत तिथि के पूर्व अपना आधार नम्बर की छायाप्रति संबंधित उचित मूल्य की दुकान में जमा कराने का सहयोग करें ताकि विक्रेता उनकी प्रविष्टि समग्र पोर्टल पर सुगमता से कर सकंे। जिले के ऐसे उपभोक्ता जिन्हें किन्ही कारणों से मई माह की खाद्य सामग्री प्राप्त नही की है वे जून माह की सामग्री के साथ मई माह की शेष खाद्य सामग्री प्राप्त कर सकते है जिसका रिकार्ड संबंधित उचित मूल्य की दुकान में पृथक से पंजी में संधारित करने के निर्देश सेल्समेनों को दिए गए है। जिला आपूर्ति अधिकारी ने जुलाई माह की सामग्री प्राप्ति में किसी भी प्रकार की कठिनाईयों का सामना ना करना पडे़ इसके लिए तय अवधि के पूर्व आधार नम्बर की छाया प्रति जमा कराने का आग्रह करते हुए कहा है कि सुव्यवस्थित रूप से खाद्य सामग्री का वितरण किया जा सकें।
आर्थिक मदद जारी
विदिशा एसडीएम श्री आरपी अहिरवार ने तहसीलदार के पालन प्रतिवेदन पर एक प्रकरण में आर्थिक मदद के आदेश जारी कर दिए है। जारी आदेश में उल्लेख है कि कृषि कार्यो के दौरान कुंए में गिरने से पानी में डूबने के कारण ग्राम मूडराठर्र के विशाल की मृत्यु हो जाने के कारण मृतक के पिता श्री मान सिंह लोधी को एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता जारी की गई है।
शाला का उन्नयन
स्कूल शिक्षा विभाग की वार्षिक कार्ययोजना 2015-16 के तहत विदिशा जिले की एक माध्यमिक शाला का हाई स्कूल में उन्नयन किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचएन नेमा ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्यारसपुर विकासखण्ड की माध्यमिक शाला सियासी का हाई स्कूल में उन्नयन किया गया है।
उर्वरक लायसेंस निलंबित
मैसर्स पटेल कृषि सेवा केन्द्र त्योंदा के यहां से डीएपी का नमूना प्रयोगशाला भेजा गया था जो अमानक स्तर का पाये जाने के फलस्वरूप संबंधित फुटकर उर्वरक दुकान का अनुज्ञापन अधिकारी एवं उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के द्वारा तत्काल प्रभाव से फुटकर उर्वरक लायसंेस निरस्त करने की कार्यवाही की गई है।
एक निलंबित चार की वेतनवृद्धि रोकने के आदेश
स्कूल चले हम अभियान के तहत व्हीईआर सर्वे कार्य में लापरवाही बरतने, प्रवेशोत्सव के तहत छात्रों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें वितरण नही करने तथा ग्रीष्म अवकाश के दौरान मध्यान्ह भोजन का सुचारू रूप से संचालन नही करने के कारण विदिशा विकासखण्ड की शासकीय प्राथमिक शाला क्लब लाईन की प्रभारी प्रधानाध्यापिका श्रीमती शकुन जैन के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की गई है। डीपीसी श्री विनोद चैधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि शाला में पदस्थ शिक्षिका श्रीमती कांति जैन, श्रीमती गीता शर्मा, श्रीमती विनीता वर्मा और श्रीमती स्मिता जैन के द्वारा शासकीय कार्यो में लापरवाही बरतने के कारण उन सभी की एक-एक वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने की कार्यवाही की गई है।
सेल्समैन के खिलाफ कार्यवाही की अनुशंसा
कलेक्टर श्री एमबी ओझा को महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री देवेन्द्र सुंदरियाल ने ग्यारसपुर विकासखण्ड के अटारीखेजडा की शासकीय उचित मूल्य दुकान के सेल्समैन श्री केके गुप्ता के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु पत्र प्रेषित किया है। श्री संुदरियाल के द्वारा अवगत कराया गया कि अटारीखेजड़ा के सेल्समैन द्वारा क्षेत्र की आंगनबाडी केन्द्रों को पोषण आहार मुहैया कराए जाने में लापरवाही बरती जा रही है। सेल्समैन को आरओ लेटर उपलब्ध कराने के बावजूद भी पोषण आहार नही दिया जा रहा है जबकि नान के द्वारा संबंधित पीडीएस दुकान को खाद्यान्न की डिलेवरी करने का चालान कार्यालय को उपलब्ध कराया गया है। इस कारण से शासन का महत्वपूर्ण कार्यक्रम सांझा चूल्हा व्यवस्था की व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही है। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री देवेन्द्र सुंदरियाल ने आज स्वंय अटारीखेजडा की पीडीएस दुकान में पहुंचकर नान के डिलेवरी चालान की प्रति सेल्समैन श्री केके गुप्ता को उपलब्ध कराते हुए गेहूं, चावल उपलब्ध कराने की बात कही तब कही जाकर सेल्समैन के द्वारा खाद्यान्न की पूर्ति स्व-सहायता समूहों को की गई है।
किचन गार्डन की तैयारी
जिले में कुपोषित निवारण तहत नवाचार किया जा रहा है जिसके तहत अब अति कम वजन बच्चों के परिवारों के घरों में किचन गार्डन तैयार किया जाएगा। महिला एवं बाल विकास विभाग की स्नेह सरोकार अभियान अंतर्गत जन भागीदारी के माध्यम से किए जाने वाले प्रयासों की जानकारी देते हुए विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री देवेन्द्र सुंदरियाल ने बताया कि जिले में चिन्हिंत अति कम वजन बच्चों के घरों में किचन गार्डन तैयार करने के लिए तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। किचन गार्डन की शुरूआत जिले के बासौदा विकासखण्ड के ग्राम सिरनौटा, घटेरा एवं बागरोद में की गई है जिसका आज श्री देवेन्द्र सुंदरियाल के द्वारा भ्रमण कर जायजा लिया गया और अतिकम वजन बच्चों के परिवारों से मिलकर उन्हें किचन गार्डन की महत्वता से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि घर के आसपास की जगह में हरी सब्जी, फल आदि का उत्पादन किया जा सकता है इसके लिए उद्यानिकी विभाग के माध्यम से दी जाने वाली सहूलियते उन्हें मुहैया कराई जाएगी। श्री संुदरियाल ने परिवारिकजनों को बताया कि हरी सब्जियों को सेवन करने से कुपोषण मुक्ति में एक कारगर कदम साबित हो सकता है।
‘‘नई रोशनी एक पहल’’ की मेहनत रंगत लाई, दो युवा बैंक के रिटर्न टेस्ट मे क्वालीफाई हुए
जिले के शिक्षित युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के उद्धेश्य से जिला प्रशासन एवं नगरपालिका के संयुक्त समन्वय से प्रारंभ की गई नई रोशनी एक पहल की मेहनत रंगत लाने लगी है। नई रोशनी एक पहल में पढने वाले सौरभ यादव और कुमारी पायल त्रिपाठी ने स्टेट बैंक की रिटर्न परीक्षा में क्वालीफाई किया है। उन्होंने निःशुल्क कोचिंग में मिली सुविधाओं और तैयारियों के मार्गदर्शन पर साधुवाद व्यक्त करते हुए कहा कि नई रोशनी एक पहल से अभी तो शुरूआत हुई है हमारे अन्य साथी और आगे जाएंगे। नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, एसडीएम श्री आरपी अहिरवार एवं गुरूजनों के द्वारा समय-समय पर किए गए माॅटिवेशन को चयनितों के द्वारा शब्दांे में व्यक्त नही किया जा रहा है।
विदिषा जिले में सरकारी स्कूलों के दो लाख विद्यार्थियों के दृष्टिदोष जांच एवं उपचार के वृहद कार्यक्रम की षुरूआत
विदिषा जिले के सभी माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत दो लाख से अधिक विद्यार्थियों की आंखों की जांच कर उनमें से दृष्टिदोष से पीड़ित विद्यार्थियों को चष्में प्रदाय करने का एक वृहद अभियान चलाया जाएगा। जिले में इस कार्यक्रम का संचालन अन्धत्व निवारण के क्षेत्र में कार्यरत अंतर्राष्ट्रीय एन.जी.ओ. साइटसेवर्स और संत हिरदाराम नगर भोपाल स्थित सेवा सदन नेत्र चिकित्सालय द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। इस कार्यक्रम की रूपरेखा का निर्धारण करने के लिए षुक्रवार को यहां जिला षिक्षा एवं प्रषिक्षण संस्थान (डाइट) में एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला षिक्षा अधिकारी श्री एच.पी. नेमा, डाइट की प्राचार्य श्रीमती षषि सक्सेना, जिला कार्यक्रम समन्वयक द्वय श्री विनोद चैधरी और सुरेष खांडेकर, सेवा सदन नेत्र अस्पताल के डाॅ. राजेष सैनी, गौरवकांत श्रीवास्तव और श्री मनोज धावड़िया विषेष रूप से उपस्थित थे। बैठक में बताया गया कि षैक्षणिक सत्र 2016-17 के जुलाई से दिसम्बर माह तक जिले की सभी सरकारी माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक षालाओं में एक अभियान चलाकर लगभग दो लाख से अधिक विद्यार्थियों की आंखों की जांच की जाएगी। इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन में संकुल केन्द्रवार सौ से अधिक षिक्षकों को मास्टर ट्रेनर का प्रषिक्षण दिया जाएगा। बाद में ये मास्टर ट्रेनर अपने-अपने संकुल की षालाओं के षिक्षकों को दृष्टिदोष जांच का प्राथमिक प्रषिक्षण देंगे। ये षिक्षक साइटसेवर्स और सेवा सदन नेत्र अस्पताल के आॅप्टोमेट्रिस्ट की मदद से अपनी-अपनी षालाओं में विद्यार्थियों की आंखों के दृष्टिदोष की जांच करेंगे। षिक्षकों का विषेष रूप से उन विद्यार्थियों पर अधिक ध्यान रहेगा जिनको कक्षा में ब्लैक बोर्ड पर देखने और पढ़ने में कठिनाई महसूस होती है। कमजोर दृष्टि वाले छात्रों को चिन्हित करने के बाद उन्हें सेवा सदन नेत्र अस्पताल द्वारा निःषुल्क चष्मों का प्रदाय किया जाएगा। जिन छात्रों को दृष्टिदोष के अलावा नेत्रों से संबंधित अन्य रोग होंगे। उनका उपचार सेवा सदन नेत्र अस्पताल में करवाया जाएगा। ज्ञातव्य है कि षिक्षा सत्र 2015-16 में इसी कार्यक्रम पर भोपाल जिले में सफल कार्यान्वयन किया गया। जहां पर 858 विद्यालयों के 64,000 से भी अधिक छात्रों की आंखों की जांच की गई। उनमें से दृष्टिदोष के 710 विद्यार्थियों को निःषुल्क चष्में भी प्रदान किए गए। प्रारम्भ में डाॅ. राजेष सैनी ने सेवा सदन की गतिविधियों पर प्रकाष डाला। श्री गौरवकान्त श्रीवास्तव ने विद्याज्योति स्कूल नेत्र स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। जबकि श्री मनोज धावड़िया ने अल्पदृष्टि रोग के बारे में उपस्थित षिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को जानकारी दी।
विदिषा जिले में सरकारी स्कूलों के दो लाख विद्यार्थियों के दृष्टिदोष जांच एवं उपचार के वृहद कार्यक्रम की षुरूआत
विदिषा जिले के सभी माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत दो लाख से अधिक विद्यार्थियों की आंखों की जांच कर उनमें से दृष्टिदोष से पीड़ित विद्यार्थियों को चष्में प्रदाय करने का एक वृहद अभियान चलाया जाएगा। जिले में इस कार्यक्रम का संचालन अन्धत्व निवारण के क्षेत्र में कार्यरत अंतर्राष्ट्रीय एन.जी.ओ. साइटसेवर्स और संत हिरदाराम नगर भोपाल स्थित सेवा सदन नेत्र चिकित्सालय द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। इस कार्यक्रम की रूपरेखा का निर्धारण करने के लिए षुक्रवार को यहां जिला षिक्षा एवं प्रषिक्षण संस्थान (डाइट) में एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला षिक्षा अधिकारी श्री एच.पी. नेमा, डाइट की प्राचार्य श्रीमती षषि सक्सेना, जिला कार्यक्रम समन्वयक द्वय श्री विनोद चैधरी और सुरेष खांडेकर, सेवा सदन नेत्र अस्पताल के डाॅ. राजेष सैनी, गौरवकांत श्रीवास्तव और श्री मनोज धावड़िया विषेष रूप से उपस्थित थे। बैठक में बताया गया कि षैक्षणिक सत्र 2016-17 के जुलाई से दिसम्बर माह तक जिले की सभी सरकारी माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक षालाओं में एक अभियान चलाकर लगभग दो लाख से अधिक विद्यार्थियों की आंखों की जांच की जाएगी। इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन में संकुल केन्द्रवार सौ से अधिक षिक्षकों को मास्टर ट्रेनर का प्रषिक्षण दिया जाएगा। बाद में ये मास्टर ट्रेनर अपने-अपने संकुल की षालाओं के षिक्षकों को दृष्टिदोष जांच का प्राथमिक प्रषिक्षण देंगे। ये षिक्षक साइटसेवर्स और सेवा सदन नेत्र अस्पताल के आॅप्टोमेट्रिस्ट की मदद से अपनी-अपनी षालाओं में विद्यार्थियों की आंखों के दृष्टिदोष की जांच करेंगे। षिक्षकों का विषेष रूप से उन विद्यार्थियों पर अधिक ध्यान रहेगा जिनको कक्षा में ब्लैक बोर्ड पर देखने और पढ़ने में कठिनाई महसूस होती है। कमजोर दृष्टि वाले छात्रों को चिन्हित करने के बाद उन्हें सेवा सदन नेत्र अस्पताल द्वारा निःषुल्क चष्मों का प्रदाय किया जाएगा। जिन छात्रों को दृष्टिदोष के अलावा नेत्रों से संबंधित अन्य रोग होंगे। उनका उपचार सेवा सदन नेत्र अस्पताल में करवाया जाएगा। ज्ञातव्य है कि षिक्षा सत्र 2015-16 में इसी कार्यक्रम पर भोपाल जिले में सफल कार्यान्वयन किया गया। जहां पर 858 विद्यालयों के 64,000 से भी अधिक छात्रों की आंखों की जांच की गई। उनमें से दृष्टिदोष के 710 विद्यार्थियों को निःषुल्क चष्में भी प्रदान किए गए। प्रारम्भ में डाॅ. राजेष सैनी ने सेवा सदन की गतिविधियों पर प्रकाष डाला। श्री गौरवकान्त श्रीवास्तव ने विद्याज्योति स्कूल नेत्र स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। जबकि श्री मनोज धावड़िया ने अल्पदृष्टि रोग के बारे में उपस्थित षिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को जानकारी दी।



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