गया 02 जुलाई, बिहार के गया जिले में रहस्यमयी जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) बीमारी से मरने वालों बच्चों की संख्या आठ पहुंच गयी है जबकि चार अन्य की हालत में कोई खास सुधार नजर नहीं आ रहा है। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक डा. सुधीर कुमार सिन्हा ने आज यहां बताया कि शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती एक अन्य बच्चे की इलाज के क्रम में मौत हो गयी। अब तक भर्ती किये गये 12 में से 08 बच्चों की मौत हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि अधिकतर बच्चों की मौत अस्पताल में भर्ती होने के 24 घंटे के अंदर हो रही है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग को कहा गया था जिसके बाद पटना से आई टीम जांच कर रही है। इससे पूर्व पटना से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कालेज सह अस्पताल पहुंची। अस्पताल के शिशु रोग विभाग में भर्ती एइएस के मरीजों से टीम के सदस्य मिले। टीम के सदस्यों ने मरीजों के परिजनों से बातचीत की और मरीजों को दी जा रही चिकित्सीय सेवा के बारे में जानकारी ली।
टीम में शामिल चिकित्सकों में डा. निगम प्रकाश ने बताया कि एइएस संदिग्ध बीमारी से हो रही मौत के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका हैं। सरकार के मापदंड के अनुसार मरीजों को जो चिकित्सीय सेवा मिलनी चाहिए वो यहां के अस्पताल में मिल रही है लेकिन बीमारी का पता नहीं चल पा रहा है। मरीजों के जांच का सैंपल पटना स्थित राजेन्द्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीच्यूट में उच्चस्तरीय जांच के लिए भेजा गया हैं ताकि बीमारी के वायरस का पता चल सके। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही बीमारी के वायरस का पता लगा लिया जायेगा। गौरतलब है कि पिछले 23 जून से अस्पताल में एइएस के संदिग्ध मरीजों का अस्पताल आना शुरू हुआ था। अब तक एइएस के कुल 12 मरीज इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हुये जिनमेसे 8 मरीजों की मौत हो चुकी हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें