नयी दिल्ली 13 जुलाई, अरुणाचल प्रदेश में सत्ता से बेदखल किए गए मुख्यमंत्री नबाम टुकी ने राज्य में कांग्रेस सरकार बहाल करने के उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की और राज्य में सरकार के गठन के बारे में विचार विमर्श किया। श्रीमती गांधी से मुलाकात के बाद श्री टुकी ने कहा, “इस दौरान वहां कांग्रेस उपध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे। दोनों नेताओं ने मुझे बधाई दी और उच्चतम न्यायालय के फैसले पर खुशी जाहिर की। पार्टी अध्यक्ष ने मुझे राज्य में कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए सबसे बात करने और सबको साथ लेकर चलने की सलाह दी है।
कांग्रेस नेतृत्व ने बागी विधायकों से बात करके उन्हें फिर से साथ लेने काे भी कहा है। ” श्री टुकी ने कहा कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व को बता दिया है कि वह न्यायायल का फैसला आने के तत्काल बाद बागी विधायकों से वापस आने की अपील कर चुके हैं। ईटानगर लौटने के बाद वह सभी विधायकों से बात भी करेंगे। प्रदेश में पार्टी नेतृत्व के सवाल पर श्री टुकी ने कहा कि कांग्रेस में हमेशा हाईकमान ही तय करता है कि नेता कौन होगा। नेतृत्व को लेकर हुए संघर्ष के कारण ही श्री कलिखो ने अपना अलग गुट बना लिया था और भाजपा की मदद से वह राज्य के मुख्यमंत्री बने। उनका कहना था कि कांग्रेस के विधायक अंदरूनी कलह की वजह से नहीं हुए बल्कि भाजपा के भड़काने के कारण अलग हुए हैं। उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने आज अरुणाचल प्रदेश में राज्यपाल की ओर से नयी सरकार के गठन को गैर कानूनी अौर असंवैधानिक करार देते हुए कांग्रेस की 15 दिसम्बर 2015 की सरकार को बहाल करने का फैसला सुनाया है। उन्होंने कांग्रेस छोड़कर गए विधायकों को पार्टी में लौटने तथा क्षेत्र के विकास के लिए काम करने का आग्रह किया है।
श्रीमती गांधी से मुलाकात से पहले श्री टुकी ने न्यायालय के फैसले पर कहा, “शीर्ष न्यायालय ने संविधान की रक्षा करते हुए मेरी सरकार को बहाल करने का मौका दिया है। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के इशारे पर मेरी सरकार को ही हटा दिया था। न्यायालय के आज के फैसले से तय हो गया है कि मुख्यमंत्री कालिखो पुल अवैध और असंवैधानिक सरकार चला रहे हैं। इस फैसले से देश और संविधान की रक्षा हुई है। यह ऐतिहासिक तथा महत्वपूर्ण फैसला है और देश की जनता को इसी फैसले का इंतजार था। कानून ने ही हमारी और देश की रक्षा की है। ” श्री टुकी ने उनकी सरकार गिराने की साजिश रचने के लिए भारतीय जनता पार्टी की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा “भाजपा ने साजिश करके लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को हटाया था। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 60 सदस्य वाली विधानसभा में 42 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन बाद में भगवा ब्रिगेड ने साजिश करके चुनी हुई सरकार को हटा दिया।” उन्होंने कहा कि राज्यपाल व्यक्तिगत स्तर पर अच्छे इंसान हो सकते हैं लेकिन उन्होंने कांग्रेस सरकार को हटाने के लिए जो कुछ भी किया वह भाजपा की कार्यशैली के अनुसार था और भाजपा ने कांग्रेस सरकार हटाने के लिए राज्यपाल के रूप में उनका इस्तेमाल किया था। गौरतलब है कि कांग्रेस के बागी नेता कलिखो पुल ने भाजपा की मदद से राज्य में सरकार बनाई थी। कांग्रेस के बागी विधायकों ने भाजपा के साथ मिलकर श्री टुकी को हटा दिया था जिसके बाद कांग्रेस ने शीर्ष अदालत की शरण ली थी।
श्रीमती गांधी से मुलाकात से पहले श्री टुकी ने न्यायालय के फैसले पर कहा, “शीर्ष न्यायालय ने संविधान की रक्षा करते हुए मेरी सरकार को बहाल करने का मौका दिया है। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के इशारे पर मेरी सरकार को ही हटा दिया था। न्यायालय के आज के फैसले से तय हो गया है कि मुख्यमंत्री कालिखो पुल अवैध और असंवैधानिक सरकार चला रहे हैं। इस फैसले से देश और संविधान की रक्षा हुई है। यह ऐतिहासिक तथा महत्वपूर्ण फैसला है और देश की जनता को इसी फैसले का इंतजार था। कानून ने ही हमारी और देश की रक्षा की है। ” श्री टुकी ने उनकी सरकार गिराने की साजिश रचने के लिए भारतीय जनता पार्टी की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा “भाजपा ने साजिश करके लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को हटाया था। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 60 सदस्य वाली विधानसभा में 42 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन बाद में भगवा ब्रिगेड ने साजिश करके चुनी हुई सरकार को हटा दिया।” उन्होंने कहा कि राज्यपाल व्यक्तिगत स्तर पर अच्छे इंसान हो सकते हैं लेकिन उन्होंने कांग्रेस सरकार को हटाने के लिए जो कुछ भी किया वह भाजपा की कार्यशैली के अनुसार था और भाजपा ने कांग्रेस सरकार हटाने के लिए राज्यपाल के रूप में उनका इस्तेमाल किया था। गौरतलब है कि कांग्रेस के बागी नेता कलिखो पुल ने भाजपा की मदद से राज्य में सरकार बनाई थी। कांग्रेस के बागी विधायकों ने भाजपा के साथ मिलकर श्री टुकी को हटा दिया था जिसके बाद कांग्रेस ने शीर्ष अदालत की शरण ली थी।

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