नयी दिल्ली,12 जुलाई, कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रदेश इकाई में बड़ा बदलाव करते हुए अभिनेता से नेता बने राज बब्बर को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी तथा पार्टी के प्रदेश प्रभारी महासचिव गुलाम नबी आजाद ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में विशेष संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। अब तक प्रदेश में पार्टी की जिम्मेदारी संभाल रहे निर्मल खत्री को स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही चार वरिष्ठ उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं जिनमें पहले बहुजन समाज पार्टी के नेता रह चुके राजाराम पाल,वाराणसी से लोकसभा के सांसद रहे राजेश मिश्रा,दलित नेता भगवती प्रसाद चौधरी तथा घृणा फैलाने वाले बयान के लिए चर्चित रहे अल्पसंख्यक नेता इमरान मसूद शामिल हैं।
प्रदेश इकाई के इस पुनर्गठन से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की पुत्री प्रियंका वाड्रा ने आज यहां श्री आजाद से उनके आवास पर मुलाकात कर लम्बी बातचीत की। इससे पहले श्री आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी। श्रीमती प्रियंका वाड्रा को राज्य में विधानसभा चुनाव प्रचार में बड़ी भूमिका दिए जाने संबंधी सवाल पर श्री आजाद ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता चाहते हैं कि वह पूरे प्रदेश में पार्टी के प्रचार में हिस्सा लें लेकिन इस बारे में कोई भी निर्णय चुनाव की घोषणा के बाद लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्रीमती वाड्रा अब तक श्रीमती सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र राय बरेली तथा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में ही चुनाव प्रचार करती रही हैं।
उत्तर प्रदेश चुनाव में पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर श्री आजाद ने कहा कि इस बारे में कोई भी फैसला चुनाव की घोषणा होने के बाद ही किया जाएगा। विधानसभा चुनाव में वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की भूमिका संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी के सब वरिष्ठ नेताओं की भूमिका चुनाव में अहम होगी लेकिन किसे क्या जिम्मेदारी सौंपी जानी है इस बारे में बाद में निर्णय लिया जाएगा। श्री बब्बर के उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य होने के बावजूद उत्तर प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी सौंपे जाने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ है और वह उत्तर प्रदेश के ही रहने वाले हैं। पार्टी का कोई नेता कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है और उसे कोई भी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। श्री बब्बर तीन बार उत्तर प्रदेश से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं और वह वहां की राजनीति को अच्छी तरह समझते हैं। इससे पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह, जतिन प्रसाद जैसे कई नेताओं को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपने की अटकलें लगायी जा रही थी।
उत्तर प्रदेश चुनाव में पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर श्री आजाद ने कहा कि इस बारे में कोई भी फैसला चुनाव की घोषणा होने के बाद ही किया जाएगा। विधानसभा चुनाव में वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की भूमिका संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी के सब वरिष्ठ नेताओं की भूमिका चुनाव में अहम होगी लेकिन किसे क्या जिम्मेदारी सौंपी जानी है इस बारे में बाद में निर्णय लिया जाएगा। श्री बब्बर के उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य होने के बावजूद उत्तर प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी सौंपे जाने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ है और वह उत्तर प्रदेश के ही रहने वाले हैं। पार्टी का कोई नेता कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है और उसे कोई भी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। श्री बब्बर तीन बार उत्तर प्रदेश से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं और वह वहां की राजनीति को अच्छी तरह समझते हैं। इससे पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह, जतिन प्रसाद जैसे कई नेताओं को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपने की अटकलें लगायी जा रही थी।

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