सफाई ने फैलाई बदबू
प्रद्योत कुमार,बेगूसराय।एक ही बारिश के बाद बेगूसराय शहर ने सफाई पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।नगर निगम क्षेत्र में कुल 45 वार्ड हैं और सारे वार्ड में गन्दगी का अंबार है या यूँ कह सकते हैं कि कचरे के ढेर पर ये निगम क्षेत्र खड़ा पड़ा है।जगह जगह जल जमाव से नाले का पानी सड़क पे आ गया है जिससे दूर्गन्ध फ़ैल गयी है और कचरे की वजह से भी वही हालत हुआ पड़ा है।ऐसा कोई भी रास्ता नहीं है जहां आपके मन मस्तिष्क को झकझोड़ने वाला दुर्गन्ध नहीं है।आपकी संवेदनाओं पर ये दुर्गन्ध एक कड़ा प्रहार करता है।ये निगम प्रशासन पर एक सवाल खड़ा कर रहा है जिसको सुनने वाला कोई नहीं है।आये दिनों दैनिक समाचार पत्रों में निगम को सवालों के घेरे में लिया तो जाता है पर देखने वाला कौन है,परेशानी को झेलती है आम जनता जिसके लिए ये सारी व्यवस्था की गई है और उनकी व्यथा को ही कोई देखने वाला नहीं है।सरकार की हर एक सिस्टम आखिर है किसके लिए और वही परेशानी को झेल रहा है यह एक बड़ा सवाल है।सवालों के घेरे में रहना सरकार की नियति बन चुकी है।तमाम लोग,तमाम नेता और तमाम मीडिया सरकार को राह दिखाती है पर उनकी कार्य शैली पर सवाल खड़ी करती है पर सरकार तो जनाब सरकार है जो निरंकुश है।सफाई अभियान पर करोंडो खर्च हो रहा है लेकिन स्तिथि ढाक के तीन पात जैसी है।आखिर ये पैसे जाते कहाँ हैं।केन्द्र सरकार से राज्य सरकार सभी लगे पड़े है तो फिर उठने वाले सवाल पर कार्रवाई क्यों नहीं होती है या तो सरकार इन उठने वाले को गंभीरता से नहीं लेती है या बात कुछ और ही है,वजह कोई भी हो नुकसान और परेशानी तो आम जनता को हो रही है,जिसकी सरकार है।पी एम,सी एम और डी एम यही तो सरकार है,वक़्त आने पर सब एक हो जाते हैं और भोग भोग भोगती है जनता।सफाई का ये आलम है कि सफाई नाम से अब बदबू आने लगी है,सफाई की वकालत हर कोई कर रहा लेकिन शब्दों में क्योंकि सफाई की कुव्यवस्था ने ही बदबू फैला दिया है।

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