नयी दिल्ली 13 जुलाई, अरुणाचल प्रदेश में सत्ता से बेदखल किए गए मुख्यमंत्री नबाम टुकी ने राज्य में कांग्रेस सरकार बहाल करने के उच्चतम न्यायालय के आज के फैसले का स्वागत करते हुए इसे लोकतंत्र की बड़ी जीत करार दिया है। श्री टुकी ने न्यायालय के फैसले पर कहा “शीर्ष न्यायालय ने संविधान की रक्षा करते हुए मेरी सरकार को बहाल करने का मौका दिया है। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के इशारे पर मेरी सरकार को ही हटा दिया था। उच्च न्यायालय के आज के फैसले से तय हो गया है कि मुख्यमंत्री कालिखो पुल अवैध और असंवैधानिक सरकार चला रहे हैं। उच्चतम न्यायालय से हमें न्याय मिला है। इस फैसले से देश और संविधान की रक्षा हुई है। यह ऐतिहासिक तथा महत्वपूर्ण फैसला है और देश की जनता को इसी फैसले का इंतजार था। कानून ने ही हमारी और देश की रक्षा की है। ” उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने आज अरुणाचल प्रदेश में राज्यपाल की ओर से नयी सरकार के गठन को गैर कानूनी अौर असंवैधानिक करार देते हुए कांग्रेस की 15 दिसम्बर 2015 की सरकार को बहाल करने का फैसला सुनाया है। उन्होंने कांग्रेस छोड़कर गए विधायकों को पार्टी में लौटने तथा क्षेत्र के विकास के लिए काम करने का आग्रह किया है। अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर से मिली खबर के अनुसार श्री टुकी ने भारतीय जनता पार्टी की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा “भाजपा ने साजिश करके लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को हटाया था। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 60 सदस्य वाली विधानसभा में 42 सीटों पर जीत दर्ज की थी।”
प्रदेश में पार्टी नेतृत्व के सवाल पर श्री टुकी ने कहा “कांग्रेस में हमेशा हाई कमान ही तय करता है कि नेता कौन होगा।” नेतृत्व को लेकर हुए संघर्ष के कारण ही श्री कलिखो ने अपना अलग गुट बना लिया था और भाजपा की मदद से वह राज्य के मुख्यमंत्री बने। श्री टुकी ने कहा “भगवा ब्रिगेड ने चुनी हुई सरकार को हटाया है। राज्यपाल व्यक्तिगत रूप से अच्छे इंसान हो सकते हैं लेकिन उन्होंने जो कुछ भी किया वह भाजपा के अनुसार ही किया है। भाजपा ने कांग्रेस सरकार हटाने के लिए राज्यपाल का इस्तेमाल किया था।’’ श्री टुकी ने जहां न्यायालय के इस फैसले का स्वागत किया वहीं उनकी चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश रचने के लिए भाजपा की कड़ी आलोचना भी की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के विधायक किसी अंदरूनी कलह की वजह से अलग नहीं हुए बल्कि भाजपा के भड़काने के कारण अलग हुए हैं। भविष्य की रणनीति पर श्री टुकी ने कहा वह पार्टी के विधायकों से बातचीत करने के बाद कानून के नजरिए से जो भी सही होगा वही करेंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस के बागी नेता कालिखो पुल ने भाजपा की मदद से राज्य में सरकार बनाई थी। कांग्रेस के बागी विधायकों ने भाजपा के साथ मिलकर मुख्यमंत्री टुकी को हटा दिया था जिसके बाद कांग्रेस ने शीर्ष अदालत की शरण ली थी।

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