विंबलडन : हैरतअंगेज वापसी के साथ फेडरर सेमीफाइनल में - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 6 जुलाई 2016

विंबलडन : हैरतअंगेज वापसी के साथ फेडरर सेमीफाइनल में

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लंदन,06 जुलाई, 17 ग्रैंड स्लेम खिताबों के बादशाह स्विटजरलैंड के रोजर फेडरर ने दो सेट से पिछड़ने के बाद हैरतअंगेज वापसी करते हुये क्रोएशिया के मारिन सिलिच को बुधवार को 6-7, 4-6 ,6-3, 7-6, 6-3 से हराकर विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। विंबलडन में सात बार चैंपियन रह चुके और यहां तीसरी वरीयता प्राप्त फेडरर ने नौवीं सीड सिलिच से पांच सेटों तक चला यह मुकाबला तीन घंटे 17 मिनट के जबरदस्त संघर्ष में जीता। सेमीफाइनल में फेडरर का मुकाबला छठी वरीयता प्राप्त कनाडा के मिलोस राओनिक से होगा। राओनिक ने दुनिया के नंबर एक सर्बिया के नोवाक जोकोविच का शिकार करने वाले अमेरिका के सैम क्वेरी का दो घंटे 31 मिनट में 6-4, 7-5, 5-7 ,6-4 से शिकार कर लिया। राओनिक इस तरह दूसरी बार विंबलडन सेमीफाइनल में पहुंच गये । इससे पहले वह 2014 में भी विंबलडन के सेमीफाइनल में पहुंचे थे लेकिन उन्हें तब रोजर फेडरर के हाथों लगातार सेटों में हार का सामना करना पड़ा था।

फेडरर का यह 11 वां विंबलडन सेमीफाइनल और ओवरआल 40 वां ग्रैंड स्लेम सेमीफाइनल है। वह अब अपने 18 वें ग्रैंड स्लेम खिताब से दो कदम दूर रह गये हैं। स्विस मास्टर ने अपना आखिरी ग्रैंड स्लेम खिताब 2012 में विंबलडन में ही जीता था। फेडरर और सिलिच का यह मुकाबला हर लिहाज से रोमांचक रहा। फेडरर ने 40-15 के स्कोर पर एस लगाते हुये जीत अपने नाम की और फिर हाथ उठाकर दर्शकों का अभिवादन किया। निर्णायक सेट में फेडरर का खेल अपने चरम पर था और 3-3 की बराबरी के बाद फेडरर ने सातवें गेम पर अपनी सर्विस बरकरार रख 4-3 की बढ़त बनायी। आठवें गेम में सिलिच ड्यूस के बाद अपनी सर्विस गंवा बैठे। सेट में 5-3 से आगे हुये फेडरर ने नौवें गेम में सिलिच को वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया। पहले सेट का टाईब्रेक फेडरर 4-7 से गंवा बैठे। सिलिच ने दूसरा सेट 6-4 से जब जीता तो एकबारगी लगा कि जोकोविच के बाद फेडरर की भी विंबलडन से छुट्टी हो जायेगी लेकिन फेडरर ने अपनी मास्टर क्लास दिखाते हुये तीसरा सेट 6-3 से जीतकर मैच में वापसी कर ली। उन्होंने चौथे सेट का टाई ब्रेक 11-9 से जीत कर मैच 2-2 से बराबरी पर ला दिया। निर्णायक सेट में फेडरर ने बेहतरीन ग्राउंड स्ट्रोक खेले अौर सिलिच पर लगातार दबाव बनाते हुये उन्हें गलतियां करने पर मजबूर किया। सिलिच आखिर दबाव में टूट गये और मैच गंवा बैठे। 

इससे पहले जोरदार सर्विस करने के लिये मशहूर राओनिक ने क्वेरी के खिलाफ मैच में 13 एस और 58 विनर्स लगाये। क्वेरी ने भी 15 एस लगाये लेकिन उनके रैकट से 36 विनर्स ही निकले। राओनिक ने 16 बेजा भूलें और क्वेरी ने 28 बेजा भूलें की। राओनिक ने मैच में शानदार शुरुआत की और पहले दो सेट 6-4,7-5 से जीत लिये। क्वेरी ने वापसी की कोशिश करते हुये तीसरा सेट 7-5 से जीता लेकिन राओनिक ने चौथा सेट 6-4 से जीतकर क्वेरी का संघर्ष समाप्त कर दिया। 25 वर्षीय राओनिक ने पहले दो सेट में बेहतरीन सर्विस की और इस दौरान अपनी सर्विस पर मात्र सात अंक गंवाये। जॉन मैकनरो से कोचिंग हासिल कर रहे राओनिक के खेल में पीट सम्प्रास की झलक दिखाई दी। दूसरी तरफ क्वेरी वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाये जिसके दम पर उन्होंने जोकोविच को हराया था। 

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