मार्सिले, 08 जुलाई, फ्रांस के लिए इस टूर्नामेंट की खोज साबित हुए फारवर्ड एंटोनी ग्रिजमैन के दो शानदार गोल की बदौलत मेजबान टीम ने गुरुवार को विश्व चैंपियन जर्मनी को 2-0 से हराते हुए यूरो कप टूर्नामेंट के खिताबी दौर में प्रवेश कर लिया जहां फ्रांस का सामना पुर्तगाल से होगा। यूरोप की दो बेहतरीन टीमों के बीच हुए इस बहुप्रतीक्षित मुकाबले में फ्रांस ने धमाकेदार शुरुआत की जबकि चोटिल खिलाड़ियों से जूझ रही जर्मनी का आक्रमण कमजोर नजर आया। हाफ टाइम से ठीक पहले फ्रांस को पेनल्टी मिली जब जर्मन कप्तान बेस्टियन श्वान्सटाइगर ने हैंडबॉल किया। इस पर ग्रिजमैन ने बिना किसी गलती के गोल दागते हुए फ्रांस को 1-0 की बढ़त दिलाई। खेल के 72वें मिनट में जर्मन गोलकीपर माइकल नुएर की गलती का लाभ उठाते हुए ग्रिजमैन ने अपना तथा टीम का दूसरा गोल दागा। उन्होंने जर्मनी रक्षाापंक्ति को छकाते हुए 12 यार्ड की दूरी से गोल किया। इसके बाद जर्मनी ने अपने हमले तेज करते हुए वापसी की बहुत कोशिश की लेकिन अंतिम सीटी बजने तक सफलता नहीं मिली। जर्मनी का गेंद पर नियंत्रण ज्यादा रहा लेकिन उसके खिलाड़ी मौकों को गोल में तब्दील नहीं कर पाए। इस जीत के साथ ही फ्रांस ने तीन विश्वकप मुकाबलों में जर्मनी के खिलाफ मिली हार का बदला चुकाते हुए पिछले 58 वर्षों का सूखा खत्म कर दिया। फ्रांस की टीम ने 1958 के बाद से किसी बड़े टूर्नामेंट में जर्मनी को पहली बार हराया है। इससे पहले फ्रांस को 2014 विश्वकप के क्वार्टरफाइनल तथा 1982 और 1986 के विश्वकप सेमीफाइनल मुकाबलों में जर्मनी के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
फ्रांस को जहां घरेलू प्रशंसकों का जबर्दस्त समर्थन मिला तो वहीं जर्मनी ने चैंपियनों के अंदाज में मुकाबले का आगाज किया। पहले हाफ में जर्मनी के खिलाड़ियों ने ही फुुटबाल पर कब्जा जमाए रखा लेकिन अंतिम समय में फ्रांस की तरफ से हुए गोल ने टीम का मनोबल थोड़ा सा कमजोर कर दिया इसके बाद ताे रही सही कसर ग्रिजमैन ने 72वें मिनट में पूरी कर दी। ग्रिजमैन ने कहा “हम इस जीत से बेहद खुश हैं। यह सपने के समान है। लेकिन अभी एक मैच बाकी है। हमें अपने पैर जमीन पर बनाए रखते हुए फाइनल की तैयारी करनी है।” फ्रांस के कोच दिदिएर डिशेम्पस ने कहा “मैंने कई फाइनल खेला है लेकिन अधिकांश बार मैदान में ही रहा। इस बार मैं बेंच पर रहूंगा। हम खिताब के प्रबल दावेदार हैं क्योंकि हमने दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम को हराकर फाइनल में प्रवेश किया है।” दो बार की यूरो कप चैंपियन फ्रांस का पुर्तगाल के खिलाफ फाइनल में पलड़ा भारी रहने की उम्मीद है। पुर्तगाल दूसरी बार यूरो कप फाइनल में पहुंचा है। उसे वर्ष 2004 में फाइनल में यूनान के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। थॉमस मुलर की अगुवाई में खेलने उतरी जर्मनी को प्रमुख खिलाड़ियों की चोट प्रमुख रुप से खली और युवा भी गोल कर पाने में नाकाम रहे।

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