भारत रियो आेलंपिक में जीतेगा 12 पदक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 8 जुलाई 2016

भारत रियो आेलंपिक में जीतेगा 12 पदक

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नयी दिल्ली, 08 जुलाई, भारत पांच से 21 अगस्त तक ब्राजील के रियो डी जेनेरो में होने वाले ओलंपिक में अब तक का अपना सबसे बड़ा दल उतारने जा रहा है और उसके इन खेलों में पदक संख्या को लेकर चल रही अटकलों के बीच दुनिया की जानी मानी रेटिंग एजेंसी प्राइसवाटरहाउसकूपर्स (पीडब्ल्यूसी) ने आकलन दिया है कि भारत इस बार 12 पदक जीतेगा। रियो ओलंपिक के लिये भारतीय एथलीटों की संख्या इस बार 100 पार करते ही अटकलों का बाजार गर्म होने लगा था कि भारत को इस बार कितने पदक हाथ लगेंगे। भारत ने पिछले लंदन ओलंपिक खेलों में 83 खिलाड़ियों का दल उतारा था जिसने दो रजत और चार कांस्य सहित कुल छह पदक जीते थे। प्राइसवाटरहाउसकूपर्स ने लंदन ओलंपिक के लिये भारत के लगभग छह पदक जीतने की भविष्यवाणी की थी जो सही साबित हुयी थी और इस बार पीडब्ल्यूसी ने लंदन की संख्या में छह पदकों का इज़ाफ़ा किया है। हालांकि पीडब्ल्यूसी का साथ ही कहना है कि पदक संख्या में ऊपर नीचे मामूली फर्क आ सकता है। पीडब्ल्यूसी पदक संख्या के आकलन के लिये देश की अर्थव्यवस्था (जीडीपी) और पिछले दो अोलंपिक के प्रदर्शन के अलावा इस बात को देखती है कि देश मेजबान है या नहीं।

पीडब्ल्यूसी ने ओलंपिक महाशक्ति अमेरिका के लिये लंदन ओलंपिक में कुल 113 पदक जीतने की भविष्यवाणी की थी और अमेरिका ने 103 पदक जीते थे जबकि अमेरिका को चुनौती दे रहे चीन के लिये 87 पदक जीतने की भविष्यवाणी की गयी थी आैर चीन ने 88 पदक जीते थे। मेजबान ब्रिटेन के 54 पदक जीतने की भविष्यवाणी की गयी थी और ब्रिटेन ने 65 पदक जीते थे। रूस के लिये 73 की भविष्यवाणी थी और उसने 81 पदक जीते थे यानि पीडब्ल्यूसी की भविष्यवाणी में शीर्ष देशों में बहुत ज्यादा फर्क नहीं दिखाई दिया है। प्राइसवाटरहाउसकूपर्स ने रियो ओलंपिक में अमेरिका के 108, चीन के 98, रूस के 70, ब्रिटेन के 52 और जर्मनी के 40 पदक जीतने की भविष्यवाणी की है। भारत के लिये यह आंकड़ा 12 रखा गया है। रूस के मामले में एथलीटों पर डोपिंग प्रतिबंध के चलते फ़र्क आ सकता है।  ओलंपिक स्तर पर अपनी जनसंख्या और जीडीपी के मुकाबले कम प्रदर्शन करने वाले देशों में पीडब्ल्यूसी का मॉडल बताता है कि भारत की पदक संख्या लंदन से दोगुनी होकर 12 पहुंच सकती है। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने भी दस से 15 पदक जीतने का अनुमान लगाया है जबकि पूर्व खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने दस पदक जीतने का आंकड़ा दिया था। सोनोवाल के असम का मुख्यमंत्री बनने के बाद कुछ समय तक खेल मंत्रालय का प्रभार संभालने वाले जितेन्द्र सिंह ने भी कहा था कि भारत की पदक संख्या दोगुनी होगी जबकि कल ही खेल मंत्री का पदभार संभालने वाले विजय गोयल ने रियो ओलंपिक की संभावनाओं के मद्देनज़र कहा कि वह अभी कोई आकलन नहीं लगा सकते और मंत्रालय की समीक्षा करने के बाद ही इस बारे में कुछ कह सकेंगे। हालांकि गोयल ने साथ ही कहा कि भारत का सबसे बड़ा दल इस बार निश्चित रूप से अच्छा प्रदर्शन करेगा। 

भारत के अब तक 105 खिलाड़ी रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुके हैं और इनमें कुछ और खिलाड़ियों के जुड़ने की संभावना है। भारत की खिलाड़ी संख्या 110 के पार जा सकती है। अभी तक क्वालीफाई करने वालों में 57 पुरुष और 48 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। चार साल पहले लंदन में भारत ने कुश्ती और निशानेबाजी में दो-दो पदक तथा बैडमिंटन और मुक्केबाजी में एक-एक पदक जीता था। इस बार पदक उम्मीद एक बार फिर निशानेबाजी, कुश्ती और बैडमिंटन हैं। इसके अलावा महिला तीरंदाजी टीम, पुरुष हॉकी टीम और टेनिस में मिश्रित युगल में पदक जीतने की संभावना बन सकती है। निशानेबाजी में जीतू राय, गगन नारंग अौर अभिनव बिंद्रा, कुश्ती में योगेश्वर दत्त और नरसिंह यादव, बैडमिंटन में सायना नेहवाल, दीपिका कुमारी, बोम्बायला देवी अौर लक्ष्मी रानी माझी की महिला तीरंदाजी टीम, सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की मिश्रित युगल टेनिस टीम तथा एफआईएच चैंपियंस ट्राफी में रजत पदक जीतने वाले पुरुष हॉकी टीम भारत को पदक दिला सकती है। 

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