116 वर्षों में पहले पदक की तलाश में उतरेंगे भारतीय एथलीट - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 13 जुलाई 2016

116 वर्षों में पहले पदक की तलाश में उतरेंगे भारतीय एथलीट

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नयी दिल्ली, 13 जुलाई, भारतीय एथलीटों का 38 सदस्यीय दल रियो ओलंपिक में 116 साल का पदक सूखा समाप्त करने के इरादे से उतरेगा। हालांकि यह एक मुश्किल चुनौती है लेकिन यदि कुछ भारतीय एथलीट चमत्कार कर गये तो रियो में इतिहास बन सकता है। रियो ओलंपिक में एथलेटिक्स के मुकाबले 12 से 21 अगस्त तक होंगे। भारत ने अपने ओलंपिक इतिहास में एथलेटिक्स में सिर्फ दो रजत पदक जीते हैं जो एंग्लो इंडियन एथलीट नार्मन प्रिचार्ड ने 1900 के पेरिस ओलंपिक में पुरूषों की 200 मीटर और पुरूषों की 200 मीटर बाधा दौड़ में दिलाये थे। उसके बाद से भारत को एथलेटिक्स में अपने पहले पदक की तलाश है। उड़न सिख मिल्खा सिंह 1960 के रोम ओलंपिक में 400 मीटर दौड़ में चौथे स्थान पर और उड़न परी पीटी उषा 1984 के लॉस एंजेलिस ओलंपिक में 400 मीटर बाधा दौड़ में चौथे स्थान पर रहीं थीं। लांग जंपर अंजू बॉबी जार्ज 2004 के एथेंस ओलंपिक में तथा डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा और कृष्णा पूनिया 2012 के लंदन ओलंपिक में अपनी अपनी स्पर्धाओं के फाइनल में पहुंचे थे। इस बार भारत एथलेटिक्स में भारी भरकम दल उतार रहा है और उम्मीद की जा रही है कि एथलीट कोई करिश्मा कर दिखायें और 116 वर्षों का सूखा समाप्त करें। भारतीस एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने पांच से 21 अगस्त तक होने वाले रियो ओलंपिक के लिये 38 एथलीटों के भारी भरकम दल की घोषणा की है। भारतीय एथलीटों के दल में 20 पुरुष और 18 महिला एथलीट शामिल हैं। रियो ओलंपिक के लिये भारतीय खिलाड़ियों के कुल दल में किसी खेल के लिये यह सबसे बड़ा दल होगा।

इन एथलीटों में सबसे ज्यादा उम्मीदें पुरुष डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा पर रहेंगी हालांकि उनके कंधे में चोट है और उन्हें फिटनेस टेस्ट से गुजरना है। विकास पिछले लंदन ओलंपिक में फाइनल में पहुंचकर आठवें स्थान पर रहे थे। विकास 2014 के ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण विजेता और उसी वर्ष इंचियोन एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता हैं। विकास के अलावा 100 मीटर दौड़ में महिला एथलीट दूती चंद पर भी सभी निगाहें रहेंगी जाे 1980 में पीटी ऊषा के बाद 100 मीटर दौड़ में ओलंपिक में उतरने वाली पहली भारतीय एथलीट बनेंगी। पुरुष चार गुणा 400 मीटर रिले टीम भी फाइनल में पहुंचने की दावेदार रहेगी जिसने इस साल दूसरा सबसे तेज समय निकाला है। 800 मीटर दौड़ में पीटी ऊषा की शिष्या टिंटू लूका, 3000 मीटर स्टीपलचेज में सुधा सिंह और ललिता बाबर, 400 मीटर दौड़ में मोहम्मद अनस, 200 मीटर दौड़ में धर्मवीर सिंह और लंबी कूद में अंकित शर्मा भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। भारतीय एथलीटों में मैराथन धाविका कविता राउत और 20 किलोमीटर पैदल चाल की एथलीट खुशबीर कौर और सपना को भी फिटनेस टेस्ट से गुजरना है। 

भारतीय एथलेटिक्स दल इस प्रकार है- 
पुरुष- 
200 मी-धर्मवीर सिंह 
400 मी-मोहम्मद अनस 
800 मी-जिन्सन जाॅनसन 
लंबी कूद-अंकित शर्मा 
तिहरी कूद- रंजीत माहेश्वरी 
गोला फेंक- इंदरजीत सिंह 
चक्का फेंक- विकास गौड़ा 
मैराथन- नितेन्दर सिंह रावत, गाेपी टी , खेता राम 
20 किमी पैदल चाल - मनीष सिंह रावत, गुरमीत सिंह, गणपति के 
50 किमी पैदल चाल- संदीप कुमार 
4 गुणा 400 मी रिले- राजीव अरोकिया, ए धरूण, कुन्हू मोहम्मद, मोहन कुमार, सुमित कुमार, जितिन पाल/ललित माथुर। 

महिला - 
100 मी- दूती चंद 
200 मी- श्रावणी नंदा 
400 मी- निर्मला श्योरण 
800 मी- टिंटू लूका 
3000 मी स्टीपलचेज- सुधा सिंह और ललिता बाबर 
गोला फेंक- मनप्रीत कौर 
चक्का फेंक- सीमा पूनिया 
मैराथन- जैशा ओपी और कविता राउत 
20 किमी पैदल चाल - खुशबीर कौर और सपना 
4 गुणा 400 मी रिले- एमआर पूवम्मा, अनिल्दा थॉमस, जिस्ना मैथ्यू, देवाश्री मजूमदार, अश्विनी अकूंजी,प्रियंका पवार/ अनु राघवन ।

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