बेंगलुरु,07 जुलाई, सूचना प्रौद्योगिकी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज यहां कहा कि‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स(आईओटी)‘डिजिटल भारत’ कार्यक्रम तेजी से लागू करने में मददगार हो सकती है। नैसकॉम आईओटी उत्कृष्टता केंद्र के उद्घाटन के मौके पर श्री प्रसाद ने कहा“ डिजिटल इंडिया कुछ है जो हम देश के लोगों को देना चाहते है ताकि वे अपनी पूरी क्षमता के अनुरुप काम कर सकें। यह एक बड़ा दार्शनिक उद्देश्य है जो इस पूरी कवायद की बुनियाद है। इसे सफल बनाने में आईओटी बड़ी मदद कर सकता हैं।”
श्री प्रसाद ने कहा कि औद्योगिक क्रांति से चूकने के बाद भारत बड़े डिजिटल क्रांति के मुहाने पर बैठा है। आजादी के बाद देश पर शासन करने वाले लोगों ने जाने-अनजाने में उद्यमशीलता को दबा दिया। अब सरकार युवकों की मदद करने के लिये प्रतिबद्ध है जो असाधारण सोच रखते है अौर स्टार्टअप के जरिए नयी प्रौद्योगिकियों की खोज कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि“प्रौद्योगिकीविदों को यह सुनिश्चित करना चाहिये की कृषि,स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों को प्राथमिकता देनी होगी जिसका लंबे समय तक लोगों को लाभ मिल सके।“ हमें उद्यमिता,नवाचार,स्टार्टअप और आईओटी जैसी चीजों की बड़ी शुरुआत करने की जरूरत है। श्री प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के एक वर्ष के भीतर‘उत्कृष्टता केंद्र’ को खोलने में केंद्र की मदद करने के लिए कर्नाटक सरकार और नैसकॉम काे धन्यवाद देते हुए कहा कि अन्य राज्यों में इस तरह के ‘उत्कृष्टता केंद्र’ शुरु की जरूरत है।

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