श्रीनगर, 06 जुलाई, हुर्रियत कांफ्रेंस (एचसी) के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी फारूक और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष मोहम्मद यासीन मलिक को ईद-उल-फितर के मद्देनजर एहतियातन नजरबंद रखा गया है तो वहीं हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी और अन्य अलगाववादी नेता शबीर अहमद शाह को कोई राहत नहीं मिली है। एचसी के नरमपंथी धड़े के प्रवक्ता शाहीदुल इस्लाम ने यूनीवार्ता को बताया कि मीरवाइज को आज सुबह छह बजे से नजरबंद रखा गया है।
फज्र नमाज के तुरंत बाद मीरवाइज के आवास निगीन हाउस पर भारी संख्या में सुरक्षाबलों और राज्य पुलिस को तैनात किया गया है और उन्हें नजरबंद रखने की सूचना दे दी गयी है। उन्होंने बताया कि मीरवाइज का ईदगाह में ईद-उल-फितर के दौरान भीड़ को संबोधित करने का कार्यक्रम था। जेकेएलएफ के प्रवक्ता ने बताया कि मलिक को आज फज्र की नमाज के तुरंत पहले नजरबंद किया गया। जेकेएलएफ ने मलिक पर प्रतिबंध की कड़ी निंदा की और इसे अलोकतांत्रिक और धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप बताया। कट्टरपंथी धड़े के प्रवक्ता एयाज अकबर ने कहा कि गिलानी और शबीर को मई में नयी दिल्ली से लौटने के बाद ही नजरबंद कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि हैदरपुरा स्थित उनके आवास पर भारी संख्या में सुरक्षाबलों और राज्य पुलिस की तैनाती की गयी है और उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गयी है। इसी तरह शाह को भी नजरबंद रखा गया है अौर उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गयी है। उन्होंने लगाया कि गिलानी और शाह को रमजान के पवित्र महीनों के दौरान मस्जिद में शुक्रवार की नमाज की भी अनुमति नहीं दी गयी थी।

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